अल्मोड़ा। मशरुम स्वास्थस्वास्थ्य भी स्वरोजगार भी विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण एवं संगोष्ठी समापन मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति एवं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी संस्थान(यूकॉस्ट) के संयुक्त तत्वावधान में रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर अल्मोड़ा के परिसर में आयोजित किया गया। चार दिन चले इस मशरूम प्रशिक्षण के दौरान लगभग 70 ग्रामीण महिलाओं को मशरूम उत्पादन एवं खाद्य प्रसंस्करण विषय पर तकनीकी एवं उसकी मार्केट से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के समापन समारोह पर आयोजित की गई संगोष्ठी में जनपद के मशरूम उत्पादन से जुड़े किसान, मशरूम के उत्पादों पर काम कर रहे स्टार्टअप एवं विषय विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया। संस्था के सचिव कमल पांडे ने बताया कि संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य मशरूम के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों एवं प्रशिक्षण ले रहे लोगों के साथ विषय विशेषज्ञ को एक मंच पर लाना था। इस दौरान अल्मोड़ा में कई वर्षों से मशरूम में काम कर रहे पार्वती बिष्ट, निर्मला फर्तियाल, लता कांडपाल, यजुवेंद्र शाह एवम पंकज आर्या को सम्मानित किया गया। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि आरसेटी अल्मोड़ा के डायरेक्टर मोहित चन्याल ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर ढौरा एवं हवालबाग गांव को मशरूम ग्राम के रूप में विकसित किए जाने की भी घोषणा की गई। रूरल बिजनेस इनक्यूबेटर अल्मोड़ा के इंचार्ज योगेश भट्ट मशरूम के क्षेत्र किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की साथ ही हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम का संचालन गायत्री जोशी ने किया। संगोष्ठी में यश, रश्मि, शिवानी एवं राजू कांडपाल एवं प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।