अल्मोड़ा। विकासखंड हवालबाग के ग्राम- कनालबूंगा और अल्मोड़ा नगर में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा प्रायोजित एवं सामाजिक विकास एवं प्रबंध समिति, अल्मोड़ा द्वारा आयोजित आजीविका और उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत 10 दिवसीय मधुमक्खी पालन में प्रौद्योगिकी अनुकूलन और मधुमक्खियों द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पादों के प्रसंस्करण संबंधी उद्यमिता विकास कार्यक्रम का समापन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन समारोह में, मुख्य अतिथि गिरीश चन्द्र पंत डीडीएम नाबार्ड ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और उन्हें मधुमक्खी पालन के क्षेत्र में सफल होने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “मधुमक्खी पालन न केवल एक लाभदायक व्यवसाय है, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण है। कनालबूंगा में आयोजित प्रशिक्षण में बतौर मास्टर ट्रेनर नारायण सिंह फर्त्याल ने आस-पास के तीस प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। प्रतिभागियों ने मधुमक्खियों के जीवन चक्र, विभिन्न प्रकार की मधुमक्खियों, मधुमक्खी पालन के लिए आवश्यक उपकरण, और मधु उत्पादन की प्रक्रियाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मधुमक्खियों के स्वास्थ्य और रोगों का प्रबंधन करने, मधुमक्खी के छत्तों को स्थापित करने और बनाए रखने, और मधु उत्पादों की बाजार में बिक्री करने के बारे में भी सीखा। अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में आयोजित प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर सुरेश चन्द्र तिवारी ने नगर क्षेत्र के तीस प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया। प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त अनुभव साझा किए और वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन को व्यवसाय के रूप में शुरू करने के लिए उत्सुकता प्रकट की।