पिछली बार के मुकाबले कम हुई संख्या
नई दिल्ली (आरएनएस)। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आ गए. इस बार 17वीं लोकसभा के मुकाबले महिला प्रतिनिधियों की संख्या में गिरावट हुई है. बीजेपी उम्मीदवार मेनका गांधी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी इस बार लोकसभा चुनाव हार गईं. जबकि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष इस बार लोकसभा चुनाव न लडक़र राजस्थान से राज्यसभा पहुंच गईं. 2019 के लोकसभा में 17वीं लोकसभा के कुल 78 महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं थी लेकिन 18वीं लोकसभा में महिला सदस्यों की संख्य कम हो गई है. दरअसल, इस बार कुल 74 महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं. संख्या के लिहाज से इस बार लोकसभा में महिलाओं की हिस्सेदारी सिर्फ 13.62 प्रतिशत होगी.
इस बार सबसे ज्यादा बंगाल में महिलाओं ने लोकसभा चुनाव जीता है. पश्चिम बंगाल से कुल 11 महिला उम्मीदवार चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं. इस बार लोकसभा चुनाव में कुल 797 महिला उम्मीदवरा चुनावी मैदान में थीं. इनमें सबसे ज्यादा बीजेपी ने 69 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा था. इसके बाद कांग्रेस ने 41 महिलाओं को अपना प्रत्याशी बनाया था. बता दें कि लोकसभा एवं विधान सभाओं में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण देने वाला विधेयक संसद से पारित होने के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव था, हालांकि ये कानून अभी तक लागू नहीं हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, इस बार चुनी गई कुल 74 महिला सांसदों में से 16 प्रतिशत की उम्र 40 वर्ष से कम है, जबकि 41 प्रतिशत ऐसी महिला सांसद बनी हैं जो पहले भी लोकसभा की सदस्य रह चुकी हैं. जबकि एक महिला सांसद राज्य सभा में प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं.
चुनाव आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इस बार बीजेपी की 30, कांग्रेस की 14, तृणमूल कांग्रेस की 11, समाजवादी पार्टी की चार, द्रमुक की तीन, जदयू एवं लोजपा (रामविलास) की दो-दो महिला प्रत्याशी चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं. विश्लेषण के मुताबिक, महिलाओं के प्रतिनिधित्व के मामले में भारत अभी भी कई देशों से पीछे हैं. जो एक चिंता का विषय है. उदाहरण के तौर पर दक्षिण अफ्रीका में 46 प्रतिशत महिलाएं संसद में प्रतिनिधित्व करती हैं. जबकि ब्रिटेन में ये संख्या 35 प्रतिशत हबै. वहीं अमेरिका में 29 प्रतिशत महिलाएं सांसद हैं.
वहीं 18वीं लोकसभा में इस बार चुनाव जीतकर कुल 280 नए चेहरे संसद पहुंचे हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री, फिल्मी सितारे, राजनीतिक कार्यकर्ता और हाईकोर्ट के पूर्व जज का नाम भी शामिल है. इन प्रमुख चेहरों में किशोरी लाल शर्मा, चंद्रशेखर आजाद, पीयूष गोयल, भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मांडविया, परषोत्तम रूपाला जैसे नाम शामिल हैं. नए चेहरों में उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक अधिक 45 और महाराष्ट्र से 33 उम्मीदवार पहली बार चुनाव जीतकर संसद के सदस्य बने हैं.