देहरादून(आरएनएस)। लैंसडौन विधायक दलीप सिंह रावत के वायरल वीडियो पर कांग्रेस ने आक्रामक रुख अपना लिया है। कांग्रेस ने इसे सत्ता पक्ष के मंत्री और विधायकों की दबंगई का एक और उदाहरण बताया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भाजपा विधायक सरे आम कानून अपने हाथ में लेने का काम कर रहे हैं। इससे पहले कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल भी भरे बाजार में मारपीट कर चुके हैं। माहरा ने कहा यदि तब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कैबिनेट मंत्री के खिलाफ कार्यवाई की होती तो विधायक दलीप रावत इस तरह का दुस्साहस नहीं करते। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रकरणों से राज्य की छवि खराब हो रही है इस कारण इस प्रकरण में कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की मांग की है। इधर, कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने बयान जारी करते हुए कहा कि एक जनप्रतिनिधि का आचरण युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय होना चाहिए, लेकिन उत्तराखंड में सत्ताधारी दल के विधायक इसके ठीक विपरीत आचरण कर रहे हैं। दसौनी ने कहा कि इससे पहले कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर ऋषिकेश और देहरादून नगर निगम के पांच पार्षदों पर एक मंत्री के इशारे पर उद्योगपति प्रवीण भारद्वाज के घर पर हमला करने के आरोप लग चुके हैं। लेकिन भाजपा ने किसी भी स्तर पर इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया, जिस कारण लगातार भाजपा विधायकों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। भाजपा हर बार ऐसी घटनाओं को दबाने का प्रयास करती है। गरिमा ने कहा कि इन्वेस्टर समिट की तैयारियों के बीच इस तरह की घटनाओं से कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े होते हैं।