लमगड़ा में सुचारु जलापूर्ति की मांग को लेकर व्यापारियों और ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन

अल्मोड़ा। लमगड़ा बाजार में पेयजल संकट के चलते व्यापारियों और ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा है। मंगलवार से व्यापारियों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रामलीला मैदान में एकत्र होकर उन्होंने जल संकट के खिलाफ नारेबाजी की और अवैध कनेक्शनों को लेकर जल विभाग पर मिलीभगत का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा। बता दें कि लमगड़ा क्षेत्र की एक दशक से अधिक पुरानी कपिलेश्वर पम्पिंग योजना उद्देश्यों की पूर्ति करने में विफल साबित हो रही है। इस योजना के तहत लमगड़ा बाजार और आसपास के तीन दर्जन से अधिक गांवों को पानी पहुंचाने की व्यवस्था थी, लेकिन स्थानीय लोग गंभीर जल संकट का सामना कर रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें सप्ताह में केवल एक बार या उससे भी कम जल आपूर्ति मिल रही है, जबकि क्षेत्र में बन रहे रिजॉर्ट्स और होटलों को विभाग की मिलीभगत से नियमित रूप से पानी दिया जा रहा है। जल संकट को लेकर पहले भी व्यापारियों, ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था और चेतावनी दी थी कि यदि एक सप्ताह के भीतर जल आपूर्ति सुचारु नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी समस्या का निराकरण नहीं होने पर आक्रोशित लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने जल विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि जल नियोजन और वितरण में अनियमितताओं के कारण स्थिति बदतर होती जा रही है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा। यहाँ धरना प्रदर्शन में हरीश कपकोटी, बालम कपकोटी, दीपक फर्त्याल, दीपक, देवेंद्र रौतेला, सोनू बिष्ट, प्रकाश पंत, राजेंद्र सिजवाली, सचिन बोरा, अमित, योगेश, सूरज, मुकेश सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।