लापता सैनिक की 20 बीघा जमीन को तीन लोगों ने फर्जीवाड़ा कर बेचा

ऋषिकेश(आरएनएस)।  रानीपोखरी क्षेत्र में मौजूद एक लापता सैनिक की 20 बीघा जमीन को तीन लोगों ने फर्जीवाड़ा कर बेच दिया। तहसील से फर्द निकालने के दौरान परिवार के सदस्यों को इसका पता चला। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। रानीपोखरी पुलिस के मुताबिक राजेंद्र सिंह निवासी ग्राम मादसी गडूल, तहसील ऋषिकेश ने बीते मंगलवार को तहरीर दी। बताया कि सेना में तैनात उनका चचेरा भाई हुकुम सिंह वर्ष 1971-72 में युद्ध के बाद लापता हो गया। इसके बाद वह कभी लौटकर नहीं आया। हुकुम सिंह के पिता गुंदर सिंह का निधन भी वर्ष 1980 में हो गया था। जीवित रहते हुए उन्होंने मादसी गडूल में 20.5 बीघा जमीन सैनिक बेटे हुकुम सिंह के लौटने तक उन्हें इस्तेमाल करने के लिए दी थी। राजेंद्र ने बताया कि वह बीते साल 17 दिसंबर को ऋषिकेश तहसील में जमीन की फर्द निकालने पहुंचे तो फर्द में उन्हें यह वर्ष 2007 में कुछ लोगों को विक्रय अंकित मिली। दावा किया फर्जी हुकुम सिंह बनकर यह जमीन बेची गई। रानीपोखरी थानाध्यक्ष विकेंद्र कुमार ने बताया कि तहरीर में तीन आरोपियों भूपेंद्र सिंह निवासी धौलास कैंट, देहरादून, सुरेश निवासी बड़कोली गागलहेड़ी, सहारनपुर, यूपी और तिलक निवासी धौलास (विकासनगर) देहरादून पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर साजिश के तहत लापता भाई हुकुम सिंह की जमीन बेचने का आरोप लगाया गया है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।