नैनीताल। कुमाऊं मंडल के 582 प्राथमिक और उच्च प्राथिमक विद्यालयों में पानी की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे इन विद्यालयों में पढऩे वाले हजारों बच्चों को पीने के पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिले के 582 प्राथमिक और उच्च प्राथिमक विद्यालयों में पानी की सुविधा न होने से बच्चों को घर से बस्ते में पानी की बोतल साथ लेकर जाना पड़ता है। इसे सरकार की उदासिनता कहें या बच्चों का भाग्य, लेकिन यह सच है कि बच्चों को हलक तर करने के लिए घर से बस्ते में पानी बोतल ले जानी पड़ती है। साथ ही विद्यालयों में बनने वाले मध्याह्न भोजन के लिए भी बच्चों को दूर-दराज गधेरों से पानी की व्यवस्था करनी पड़ती हैं। पूरे राज्य में 1154 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और इंटर कॉलेज हैं। जहां पेयजल की व्यवस्था नहीं है। पेयजल विभाग के सीजीएम एसके शर्मा ने बताया निदेशक प्रारंभिक शिक्षा देहरादून से कुमाऊं मंडल के पेयजल विहीन विद्यालयों की जो सूची प्राप्त हुई है, उस पर संबंधित क्षेत्र के विभागीय अभियंताओं से विभाग को आवंटित राजस्व ग्रामों में स्थित पेयजल विहीन विद्यालयों को प्राथमिकता के आधार पर जल जीवन मिशन के तहत आच्छादित करने के निर्देश दिये गये हैं।
जनपद विद्यालयों की संख्या
अल्मोड़ा 233
पिथौरागढ़ 119
नैनीताल 107
चम्पावत 99
बागेश्वर 22
ऊधमसिंह नगर 2
कुल – 582