देहरादून। राजधानी देहरादून में जमीनों के फर्जीवाड़े प्रकरण पर अब 21 लोगों के खिलाफ चार्ज शीट तैयार कर ली गई है। यही नहीं इसमें शामिल सभी आरोपियों पर गैंगस्टर लगाने की भी तैयारी की जा रही है। दरअसल, पुलिस की कोशिश है कि जमीन घोटाले में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि इन्हें आसानी से कोई राहत ना मिल सके। जमीनों के फर्जीवाड़े में अब तक कई लोगों के नाम सामने आ चुके हैं और मुकदमा दर्ज होने के बाद कई लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है। बड़ी बात यह है कि यह गोरखधंधा पिछले कई सालों से लगातार चल रहा था। लेकिन इसके बावजूद कभी भी इस पर किसी को कोई शक नहीं हुआ। हालांकि इसके बाद कुछ शिकायतें आने के बाद जांच के दौरान यह बातें सामने आई थी कि बड़े स्तर पर जमीनों को लेकर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।इस मामले में अब तक 18 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। जबकि देहरादून नगर कोतवाली में अलग-अलग 10 मुकदमे पंजीकृत किए जा चुके हैं।
प्रकरण को लेकर अब भी एसआईटी विवेचना कर रही है। खास बात यह है कि मामले में मास्टरमाइंड कहे जाने वाले कंवरपाल उर्फ केपी की सहारनपुर में मौत हो चुकी है। उधर माना जा रहा है कि जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे पूछताछ में कुछ और आरोपियों के भी नाम सामने आए हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए ऐसे आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए गैंगस्टर लगाने की भी तैयारी की जा रही है। जबकि इस पर तेजी से विवेचना करते हुए आरोपियों को जल्द सजा दिलाने की भी कोशिश हो रही है। जमीन घोटाले मामले में देहरादून कोतवाली में 16 मार्च 2023 को दीपांकर मित्तल द्वारा अपनी पैतृक जमीन पर कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी रजिस्ट्री के आधार पर तहसीलदार न्यायालय में दाखिल खारिज करने का मुकदमा दर्ज करवाया गया था। इसमें कुल आठ लोगों के खिलाफ विवेचना में विभिन्न धाराओं के साथ 7/8 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की वृद्धि भी की गई है। इसके अलावा नगर कोतवाली में उप निबंधक कार्यालय देहरादून में विभिन्न जमीनों के विक्रय अभिलेख से संबंधित जिलों के साथ छेड़छाड़ कर अभिलेख की कूट रचना को लेकर भी मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसको लेकर कुल 12 लोगों के विरुद्ध न्यायालय में चार्जशीट भेजी गई है।”