देहरादून(आरएनएस)। उत्तराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ संगठन ने विभाग में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किए जाने की मांग की। ठेका कर्मचारियों को सेवायोजन पोर्टल, आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से समायोजित किए जाने पर जोर दिया। संगठन अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि जल संस्थान में ठेका कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। न समय पर वेतन दिया जाता है। वेतन भी पूरा नहीं दिया जाता। जबकि जल संस्थान की ओर से ठेकेदारों को पूर्ण भुगतान किया जा रहा है। इस वित्तीय गड़बड़ी पर जल निगम मैनेजमेंट से लेकर शासन स्तर तक चुप्पी साधे बैठे हैं। इसके खिलाफ ठेका कर्मचारी डेढ़ महीने से जल भवन नेहरू कालोनी में धरने पर बैठे हैं। महामंत्री मंगलेश लखेड़ा ने कहा कि ठेका कर्मचारी सचिवालय का घेराव कर चुके हैं। अगले चरण में सीएम आवास, विधानसभा का घेराव किया जाएगा। कहा कि जल संस्थान महाप्रबंधक स्तर से हुई वार्ता में कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। जल्द मांगे न माने जाने पर कार्य बहिष्कार, तालाबंदी जैसा फैसला लिया जाएगा।