अल्मोड़ा। जागेश्वर धाम में मास्टर प्लान के पहले फेज के तहत लाइटिंग कार्य अंतिम चरण पर पहुंच गया है। मास्टर प्लान के कार्यों के लिए लोनिवि की परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीआईयू) गठित हुई है। सोमवार को लोनिवि के उत्तराखंड चीफ दीपक कुमार यादव मास्टर प्लान के कार्यों के निरीक्षण को जागेश्वर धाम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में चल रहे कार्यों की ईई विभोर गुप्ता से जानकारी लेते हुए उन्हें जरूरी दिशा निर्देश दिए। लोनिवि चीफ ने बताया कि आरतोला-जागेश्वर सड़क को टू लेन में बदलने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि पूर्व में हुए सर्वे में चौड़ीकरण की जद में कई देवदार पेड़ आ रहे थे। लिहाजा देवदार पेड़ों को बचाने के लिए दूसरे एलाइनमेंट से सर्वे की तैयारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जागेश्वर में भविष्य में भारी भीड़ बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए सड़क चौड़ीकरण की प्लानिंग हो रही है। कहा कि दो लेन के स्थान पर डेढ़ लेन सड़क का विकल्प भी तलाशा जा रहा है।
लोनिवि चीफ ने बताया कि मास्टर प्लान के कार्य अलग-अलग चरणों में हो रहे हैं। पहले चरण में लाइटिंग और मुख्य प्रवेश द्वार के पास प्राचीन घंटी के कार्य की स्वीकृति मिली थी। उन्होंने बताया कि जल्द ही टेंपल यूटीलिटी, पब्लिक यूटीलिटी, भंडारा स्थल, आरतोला कार पार्किंग, ईवी वैन चार्जिंग स्टेशन सहित अन्य कार्य भी शुरू हो जाएंगे। इन कार्यों की डीपीआर तैयार हो चुकी है। लोनिवि चीफ ने कहा कि कोटेश्वर-वृद्ध जागेश्वर सड़क के डामरीकरण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसका इस्टीमेट भी फाइनल हो चुका है। कहा कि जल्द ही इस सड़क पर डामरीकरण कार्य कराया जाएगा। इससे लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी। साथ ही ये भी कहा कि भविष्य में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए वृद्ध जागेश्वर-कोटेश्वर सड़क को टू लेन में तब्दील करने की प्लानिंग भी की जा रही है। यहाँ उनके साथ एई आलोक ओली, जेई पूरन रावत, एई पीआईयू हर्षित गुप्ता, जेई नरेंद्र कुमार आदि भी मौजूद रहे।