रुड़की(आरएनएस)। आईआईटी रुड़की के ऐतिहासिक हॉल में विरासत महोत्सव एवं क्षेत्रीय सम्मेलन का सोमवार देर शाम आगाज हुआ। जहां कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से दर्शकों को रोमांचित किया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पद्मश्री पुरस्कार विजेता एवं प्रसिद्ध कठपुतली कलाकार दादी पदुमजी का मनमोहक कठपुतली प्रदर्शन रहा। उनकी कलात्मक प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। जिसमें भारत की पारंपरिक प्रदर्शन कलाओं के माध्यम से कहानी कहने की कला को दर्शाया गया। स्पिक मैके आईआईटी रुड़की चैप्टर द्वारा आयोजित यह महोत्सव भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत का दो सप्ताह तक चलने वाला उत्सव है। उद्घाटन समारोह में भारत की परंपराओं के कालातीत सार को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए तीन दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन की भी शुरुआत हुई। महोत्सव का उद्घाटन स्पिक मैके की संस्थापक डॉ. किरण सेठ, मैके के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर.एम. तिवारी, छात्र कल्याण कुलशासक (डीओएसडब्ल्यू) प्रोफेसर बार्जीव त्यागी एवं संकाय सलाहकार प्रोफेसर राम मनोहर सिंह के साथ किया।