हाईवे पर 4 ब्लैक स्पॉट और 50 दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिह्नित

रुड़की(आरएनएस)।  आरटीओ, एनएच और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने हाईवे पर अभियान चलाकर दो दिन में चार ब्लैक स्पॉट और 50 दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिह्नित किए। तीनों विभागों का यह अभियान अभी एक सप्ताह और आगे चलेगा। इसके बाद इन चिह्नित स्थानों पर दुर्घटनाएं कम से कम की जाए इसको लेकर काम किया जाए। रुड़की समेत अन्य क्षेत्रों में हाईवे पर लंबे समय से दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही है। सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। इसको लेकर कुछ समय पहले आरटीओ और एनएच के साथ ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बैठक कर दुर्घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर मंथन किया था। उस दौरान तय हुआ था कि अभियान चलाकर सबसे पहले नेशनल हाईग्वे, स्टेट हाईवे और लिंक मार्ग आदि पर ब्लैक स्पॉट और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिह्नित करने का निर्णय लिया गया। ऐसे में मंगलवार को आरटीओ, एनएच और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने अभियान चलाया। मंगलवार को टीम ने नारसन-मंगलौर-झबरेड़ा हाईवे पर अभियान चलाया। वहीं बुधवार को टीम ने ढंडेरा-लंढौरा-लक्सर-खानपुर-पुरकाजी और लक्सर-सुल्तानपुर-पतंजलि तक अभियान चलाया गया। इस दौरान टीम ने दो दिन में कुल 54 जगहों को चिह्नित किया। इनमें चार ब्लैक स्पॉट और 50 दुर्घटना संभावित क्षेत्र शामिल थे। एआरटीओ (प्रवर्तन) कृष्णा पलारिया ने बताया कि आरटीओ के नियमों के अनुसार जिस स्थान पर तीन साल में दस से अधिक मौत हो गई हो उसे ब्लैक स्पॉट कहा जाता है। जबकि जहां पर दुर्घटनाओं में राहगीर लगातार घायल होते रहते हैं, उन्हें दुर्घटना संभावित क्षेत्र कहते हैं। बताया कि अभियान के दौरान जिन जगहों को चिह्नित किया जा रहा है, उन पर अभियान के बाद मंथन होगा। इसमें देखा जाएगा कि यहां हादसों की वजह क्या है। उसी के आधार पर एनएच और पीडब्ल्यूडी के साथ मिलकर रोड मैप तैयार किया जाएगा।