ऋषिकेश। राज्य आंदोलनकारियों ने ऋषिकेश में हाईवे चौड़ीकरण करने और खुर्द बुर्द हो रही धर्मशालाओं की जांच करने की मांग उठाई है। उन्होंने इस मामले को लेकर प्रस्ताव पारित किया और प्रदेश सरकार से कार्रवाई की मांग की। शनिवार को नगर निगम परिसर स्थित इंद्रमणि बडोनी हॉल में राज्य आंदोलनकारियों की बैठक हुई। राज्य आंदोलनकारी चिह्नीकरण समिति के सदस्य डीएस गुसाईं ने कहा कि सरकार बहुत जल्दी चिह्नीकरण की प्रक्रिया तथा 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण आरक्षण लागू करने जा रही है। जिसकी प्रक्रिया शासन में गतिमान है। बैठक में ऋषिकेश स्थित खसरा नंबर 276 की जिला प्रशासन द्वारा जांच करने, कांवड़ यात्रा के दौरान होने वाले ध्वनि प्रदूषण पर रोकने, चारधाम यात्रा के दौरान सभी यात्रियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने, ऋषिकेश में खुर्द बुर्द हो रही प्राचीन धर्मशालाओं की जांच करने, ऋषिकेश शहर में हाईवे चौड़ीकरण के रुके कार्य को जल्द पूरा करने, ऋषिकेश को अतिक्रमण मुक्त करने, ऋषिकेश में लावारिस पशुओं के लिए पशु बाड़े बनाने, लव जिहाद तथा लैंड जेहाद पर ठोस कानून बनाने के प्रस्ताव पारित किए गए। इन सभी मांगों को सरकार को भेजा जाएगा। मौके पर वेद प्रकाश शर्मा, गंभीर मेवाड़, बलवीर नेगी, विक्रम भंडारी, हुकम पोखरियाल, गुलाब सिंह रावत, युद्धवीर चौहान, बेताल धनाई, हरि सिंह नेगी, सत्य प्रकाश जखमोला, संजय पोखरियाल, वीरेंद्र शर्मा, बृजेश डोभाल, कुसुम लता शर्मा, उर्मिला डबराल, रामेश्वरी चौहान, जयंती नेगी, शकुंतला नेगी, दर्शनी रावत, जया डोभाल, कमला रौतेला, कमला पोखरियाल, सुशीला राणा, सुशीला शर्मा, कमला नेगी, मधु डबराल, द्वारिका बिष्ट, चंद्रमा बडोनी, राखी उपाध्याय, मुन्नी ध्यानी, शीला ध्यानी, आरती ध्यानी, लक्ष्मी आदि उपस्थित रहे।