देहरादून(आरएनएस)। प्रधानाचार्य के 50 प्रतिशत पदों पर विभागीय सीधी भर्ती के साथ ही अब हाईस्कूल प्रधानाध्यापक के पदों पर भी सीधी भर्ती की मांग शुरू हो गई। एलटी कैडर शिक्षकों का कहना है कि जिस प्रकार प्रवक्ता कैडर के शिक्षकों को प्रधानाचार्य भर्ती का लाभ मिल रहा है। उसी प्रकार एलटी कैडर शिक्षकों को भी मौका मिलना चाहिए। भर्ती समर्थक शिक्षकों का प्रतिनिधित्व कर रहे राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व गढ़वाल मंडल उपाध्यक्ष बृजेश पंवार ने कहा कि एलटी कैडर में कुछ विषयों में शिक्षकों को जल्दी जल्दी प्रमोशन हो जाते हैं। जबकि कई शिक्षकों को लंबे समय तक इंतजार करना होता है। ऐसे शिक्षकों को 22 साल की सेवा पर जाकर 5400 रुपये का ग्रेड पे मिल पाता है। यदि हाईस्कूल हेडमास्टर के रिक्त पदों पर भी भर्ती होती है तो अधिकांश एलटी कैडर शिक्षकों को प्रमोशन को मौका मिल जाएगा। पंवार ने बताया कि बीते रोज भर्ती समर्थक शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत से मुलाकात की थी। कई शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक भर्ती की भी मांग उठाई। मालूम हो कि राज्य में इंटर कालेज प्रधानाचार्य के 1101 पद रिक्त हैं। जबकि हाईस्कूल प्रधानाध्यापक के 787 पद वरिष्ठता विवाद की वजह से खाली चल रहे हैं। सरकार ने प्रधानाचार्य के 692 पदों पर विभागीय शिक्षकों से सीधी भर्ती कराने का निर्णय किया है। शिक्षकों की मांग पर वर्तमान नियमावली को संशोधित कर उसमें एलटी कैडर शिक्षकों को भी शामिल कराने का रास्ता खोला जा रहा है।
” शिक्षकों ने मुझसे मुलाकात कर प्रधानाध्यापक के 50 प्रतिशत रिक्त पदों पर भी विभागीय सीमित भर्ती कराने की मांग रखी है। इस पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। प्रधानाचार्य और प्रधानाध्यापक के होने स्कूल में प्रशासनिक और शैक्षिक वातावरण सशक्त होता है। – डॉ. धन सिंह रावत, शिक्षा मंत्री “