दीपोत्सव में 70.36 लाख खर्च, मोमबत्ती और दीयों की खरीद पर उठे सवाल

जमीन घोटाले के बाद अब दीपोत्सव कार्यक्रम के खर्चों को लेकर भी जांच शुरू

 

हरिद्वार (आरएनएस)। नगर निगम हरिद्वार में जमीन घोटाले के बाद अब दीपोत्सव कार्यक्रम के खर्चों को लेकर भी जांच शुरू हो गई है। नगर निगम की ओर से दीपावली के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कुल 70.36 लाख रुपये का खर्च दिखाया गया है, जिसमें कई मदों में अनियमितता के आरोप सामने आए हैं।

जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम के तहत छह रुपये प्रति दीया, दस रुपये की मोमबत्ती और दो रुपये की माचिस खरीदी गई, जो बाजार दर की तुलना में कहीं अधिक बताई जा रही है। प्रारंभिक स्तर पर नगर आयुक्त ने इस पर संज्ञान लेते हुए करीब आधे भुगतान पर फिलहाल रोक लगा दी है, जबकि 35 लाख रुपये की राशि पहले ही जारी की जा चुकी है।

यह दीपोत्सव कार्यक्रम 11 नवंबर 2024 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित किया गया था। नगर निगम ने दावा किया था कि शहर के 80 गंगा घाटों पर कुल 2.50 लाख मिट्टी के दीपक जलाए गए थे। यह आयोजन तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी के कार्यकाल में हुआ था, और अब उनके कार्यकाल के विभिन्न खर्चों की जांच के दायरे में यह आयोजन भी शामिल हो गया है।

सूत्रों के मुताबिक, निगम अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत बिलों की जांच वित्तीय दृष्टिकोण से की जा रही है। यदि खरीद में गड़बड़ी पाई जाती है तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है। मामले को लेकर पारदर्शिता की मांग अब नगर निगम के भीतर और बाहर दोनों जगह उठ रही है।