गुरुमाणिक नाथ के दर्शन कर ग्रामीणों ने मांगा आशीर्वाद

नई टिहरी(आरएनएस)।  कोटी फैगुल क्षेत्र के प्रसिद्ध गुरुमाणिक नाथ मेला और यात्रा का शानदार समापन हो गया। ग्रामीणों ने साढ़े 5 किमी की चढ़ाई चढ़कर माणिनाथ गुफा के दिव्य दर्शन किए और खुशहाली की कामना की। इस दौरान गुरु माणिकनाथ के पश्वा ने क्षेत्र में रोपाई का दिन तय किया। इस बार पूरे क्षेत्र में 9 गते अषाढ़ को रोपोई शुरू होगी। ऐतिहासिक गुरुमाणिक नाथ के दो दिवसीय मेला और यात्रा का सोमवार को समापन हो गया। यात्रा के संयोजक रिटायर्ड कर्नल रघुवीर सिंह भंडारी ने बताया कि रविवार के मगरौं-पौखाल में मेला आयोजित किया गया। वहीं सोमवार तड़के श्रद्धालुओं ने मगरों से माणिनाथ गुफा की साढ़े 5 किमी की यात्रा तय की। ग्रामीणों ने बाबा के जयकारे लगाए और परिवार और क्षेत्र की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। गांव के डॉ. वीर सिंह रावत ने बताया कि यह यात्रा हर मायने में अलग है। यात्रा में शामिल होने वाले ग्रामीण व श्रद्धालु यात्रा शुरू होने से तीन पहले लहसुन, प्याज सहित सभी तामसी भोजन को त्याग देते हैं। वह सात्विक भोजन और व्यवहार को अपनाकर इस यात्रा को करते हैं। हर साल 8 और 9 जून को ही गुरुमाणिक मेला व यात्रा की जाती है। बताया कि गुरुमाणिक नाथ की कुंडली देखेने के बाद ही क्षेत्र में रोपाई का दिन तय होता है। इस बार 8 गते आषाढ़ को बिज्वाड़ और 9 गते को रोपाई शुरू होगी। यात्रा में 300 से अधिक ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया। गांव के वीरेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि यात्रा के दौरान श्रद्धालु हाथ में चावल और पिठाईं लेकर आगे बढ़े। महिलाओं और पुरूषों ने तत्परता से हिस्सा लिया। मान्यता के अनुसार गुफा में सिर्फ पुरूष यात्री ही जा सकते है, महिला यात्री गुफा के बाहर पूजा-अर्चना करती हैं। इस मौके पर देवता के पश्वा दयाल सिंह रावत, पुजारी मूर्ति सिंह भंडारी, ललिता प्रसाद कोटनाला, कृष्णा भंडारी, सुरेंद्र भंडारी, रमेश रमोला, दयाल सिंह भंडारी, वीरेंद्र नेगी, प्रेम सिंह, जयवीर रावत,सतीश रावत, खेम सिंह, विक्रम सिंह, श्याम दास, आशीष, रोहित आदि मौजूद थे।