श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)। द लोनी अर्बन को ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (एलयूसीसी)द्वारा धोखाधड़ी ठगी, जालसाजी और अनुबंधीय दायित्वों के उल्लंघन के खिलाफ निवेशकों और एजेंटों ने रविवार को कोतवाली श्रीनगर प्रभारी जयपाल नेगी को ज्ञापन सौंपते हुए कंपनी घोटाले की जांच और जमा पूंजी को वापस किये जाने की मांग की। कोतवाली पहुंची कंपनी की एजेंट और निवेशक सुमन गोस्वामी, सुरजी देवी, कुसुम पुंडीर,रंजना, प्रतिमा ममगांई और सुमित्रा मियाँ ने कहा कि उन्हें नवरात्रि के पहले दिन जहां महिलायें मंदिरों में पूजा अर्चना कर रही हैं वहीं एलयूसीसी पीड़ित महिलायें आज कानून से गुजारिश कर कंपनी की ठगी में लिप्त लोगों पर कार्यवाही और जमा करोड़ों रूपये को वापस किये जाने की मांग कर रही हैं। मायूस होते हुए महिलाओं ने कहा कि वह इतना परेशान हो चुकी हैं कि निवेशक अपना जमा रुपये को वापस मांगने के लिये उन्हें मानसिक तौर पर बहुत परेशान कर रहे हैं। कोतवाली प्रभारी से अपनी बात को रखते हुए महिलाओं ने बताया कि लोगों ने अपनी जिंदगीभर की मेहनत की कमाई को एजेंटों के विश्वास पर कंपनी में जमा कराया है। कंपनी आज धोखाधड़ी कर करोड़ों, अरबों रुपये लेकर गायब हो गई है। कहा कि हम आज लोगों के मोटी रकम वापस नहीं कर पा रहे हैं। इस दौरान महिलाओं ने सरकार से निवेशकों के जमा रुपये को वापस किये जाने के एवज में अतिरिक्त फंड दिये जाने की मांग भी की। इस मौके पर सरस्वती देवी, किरन, कौशल्या, दीप्ति, प्रीति मीना आदि मौजूद रहे।
निवेशकों को आकर्षित करने के लिये टारगेट कर पीएम मोदी और मंत्री अमित शाह की फोटो का इस्तेमाल किया
कोतवाली श्रीनगर पहुंची एजेंट और निवेशक महिलाओं ने कहा कि कंपनी ने उत्तराखंड की जनता को वित्तीय जमा योजनाओं के माध्यम से धोखा देने का गंभीर अपराध किया है। बताया कि द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एवं थ्रीफ्ट को आपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड कृषि मंत्रालय भारत सरकार एवं सहकारिता मंत्रालय से पंजीकृत है। सोसाइटी का गठन बहुराज्य सहकारी समिति अधिनियम के तहत किया गया था, सोसाइटी ने 2012 उत्तर प्रदेश और दिल्ली में काम शुरू किया, जिसके बाद सोसाइटी द्वारा 2018 में विस्तार किया गया था। सोसाइटी ने शुरुआत में खुद को ऑनलाइन माध्यम से भरोसेमंद और सुरक्षित वित्तीय संस्था बताकर फिक्स डिपॉजिट, आवर्ती जमा और दैनिक जमा सुकन्या योजनायें संचालित की। सोसाइटी ने गरीब किसान और शहरी निवेशकों को आकर्षित करने के लिये टारगेट कर पीएम मोदी और सहकारिता मंत्री अमित शाह की फोटो का इस्तेमाल किया। महिलाओं ने बताया कि बीती 29 अक्टूबर को सोसाइटी पोर्टल बंद कर भाग गई। कहा कि वह शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान हैं। महिलाओं ने सोसाइटी के 15लोगों पर जाँच कर जल्द कार्यवाही किये जाने की मांग की।