घने कोहरे में ड्राइविंग को लेकर परिवहन विभाग की एडवाइजरी जारी

देहरादून(आरएनएस)। कोहरे के कारण सड़क हादसों की संभावना बढ़ जाती है। विजिविलिटी कम होने के कारण आगे साफ दिखाई नहीं देता है। ऐसे में परिवहन विभाग ने ड्राइवरों के लिए एडवाइजरी जारी की है। आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि कोहरे में ड्राइविंग करना रोमांचकारी और फिल्मी लगता है, लेकिन कोहरे की स्थिति में वाहन चलाते समय बहुत सावधान रहना चाहिए। सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े भी दर्शाते हैं कि भारी कोहरे में वाहन चलाना बहुत ही जोखिम भरा होता है। घने कोहरे में वाहन चलाना आंखों पर पट्टी बांधकर वाहन चलाने के समान है। सुरक्षित एवं सुखद यात्रा के लिए वाहन चालकों को घने कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय सावधानियां बरतना जरूरी हैं। कोहरे में ड्राइविंग के दौरान बरते ये सावधानियां-

लेन ड्राइविंग- यह ड्राइविंग का एक सामान्य सिद्धांत है कि ड्राइविंग करते समय हमेशा अपनी लेन में चलें। कोहरे में ड्राइविंग करते समय इस सिद्धान्त का पालन करते हुए चालक को लेन में रहकर ही चलना चाहिए। यह हमें सड़क से बाहर जाने से रोकता है साथ ही दूसरे वाहन से टकराने से भी बचाता है।

सुरक्षित पार्किंग- घना कोहरा होने पर अगर किसी कारणवश वाहन को रोकना है तो वाहन को मार्ग के किनारे सुरक्षित स्थान पर पार्क कर कोहरे के कम होने का इंतजार करना चाहिए और कोहरा कम होने पर ही वाहन चलाना चाहिए। वाहन को पार्क करते समय पार्किंग लाइट्स और सारे इंडीकेटर ऑन रखने चाहिए। यदि संभव हो तो वाहन से निकलकर कुछ दूरी पर खड़े हो जाएं।

ओवर टेकिंग न करें- कोहरे के दौरान ओवरटेंकिंग कदापि न करें। यह बहुत खतरनाक हो सकता है।

धीमी गति- कोहरे में हमेशा धीमी गति से वाहन चलायें। तेज गति चलाना सड़क सुरक्षा की दृष्टि से हमेशा ही असुरक्षित होता है। घने कोहरे की स्थिति में अधिक गति से वाहन चलाने पर वाहन पर नियंत्रण रख पाना कठिन हो जाता है।

लो बीम हैड लाइट- घने कोहरे में हमेशा हैडलाईट जलाकर लो बीम में रखकर वाहन चलायें, ताकि सड़क को सही तरह से देखा जा सके। घने कोहरे में हाईबीम हैड लाइट ज्यादा सहायक नहीं होती है, क्योंकि कोहरे में सामने ज्यादा दूर तक नहीं देखा जा सकता। यदि वाहन में फॉग लैम्पस हैं तो उन्हें ऑन रखें। कोहरे में न सिर्फ देखना महत्वपूर्ण बल्कि दूसरे को दिखायी देना भी महत्वपूर्ण है।

डिफ्रोस्टर व विंड स्क्रीन वाईपर का प्रयोग- कोहरे के दौरान वाहन की विंड स्क्रीन पर फॉग जम जाती है, जिससे दृश्यता कम हो जाती है, ऐसे डिफोस्टर एवं विंड स्क्रीन वाईपर का प्रयोग करें। यह सुनिश्चित कर लें कि वाहन की खिड़कियां, विंड स्क्रीन व पीछे की स्क्रीन साफ हो जिससे कि वाहन के आगे, दांये बांये व पीछे देखने में चालक को कठिनाई न हो।

ब्रेक व टायरों की जांच- वाहन के टायर व ब्रेक की सही तरह से जांच कर लें कि वह सही दशा में हैं तथा सही प्रकार से कार्य कर रहे हैं।

सुरक्षित दूरी रखें- अपने आगे चलने वाली वाहनों से एक सुरक्षित दूरी बनाकर रखें, जिससे कि आकस्मिक स्थिति में अचानक ब्रेक लगाने या वाहन को टर्न करने के दौरान किसी प्रकार की दुर्घटना न हो।

रिफ्लेक्टर का प्रयोग- वाहन में अनिवार्य रूप से इस प्रकार रिफ्लेक्टर्स लगे होने चाहिए, जिससे कि अन्य वाहन चालकों को वाहन की वास्तविक स्थिति का ज्ञान हो सके। विशेषकर ट्रैक्टर ट्रॉलियों में रिफ्लेक्टर्स अनिवार्य रूप से लगाये जाए।