गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में हर्षाल्लास के साथ मनाया गया वसंतोत्सव

बदलाव की बयार लेकर आया है यह समय: डॉ पण्ड्या

हरिद्वार(आरएनएस)।  गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में वसंतोत्सव हर्षाल्लास के साथ मनाया गया। अखिल विश्व गायत्री प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या एवं संस्था की अधिष्ठात्री शैलदीदी ने साधकों को पर्व की शुभकामनाएं दी। सरस्वती पूजन, गुरुपूजन एवं पर्व पूजन के साथ हजारों साधकों ने भावभरी पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान कई आडियो बुक, प्रज्ञागीत सहित कई साहित्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि यह समय बदलाव की बयार लेकर आया है। सम्पूर्ण समाज, देश में बदलाव देखने को मिल रहा है। हम सभी के जीवन में भी बदलाव आ रहा है। उन्होंने कहा कि युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा ने समाज में क्रांति लाने के लिए हम बदलेंगे, युग बदलेगा का जो नारा दिया है, वह अब दिखने लगा है। हम सभी को इसे आत्मसात करना चाहिए।  शैलदीदी ने कहा कि गुरुदेव को उनके सद्गुरु ने वर्ष 1926 की वसंत पंचमी के दिन ही दर्शन दिया और भविष्य के लिए मार्गदर्शन दिया। जब भक्त प्रह्लाद, स्वामी विवेकानंद, महाराणा प्रताप सहित कइयों के जीवन में वसंत आया, तब उनके जीवन में बदलाव आया। कहा कि यह समय आत्मनिर्माण, समाज सुधार और हर व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का है। उन्होंने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार का उद्देश्य केवल व्यक्तियों का उद्धार नहीं, बल्कि समग्र समाज और राष्ट्र का उत्थान है। इस दौरान गायत्री परिवार प्रमुखद्वय ने प्रज्ञा अभियान (पाक्षिक समाचार पत्र) का मप्र संस्करण तथा चेतना की शिखर यात्रा, वंदनीया माताजी की जीवन दर्शन सहित कई हिन्दी व मराठी पुस्तकों का आडियोबुक व प्रज्ञागीत सहित अन्य का विमोचन किया। इस दौरान देश विदेश से आये हजारों साधक उपस्थित रहे।
मौके पर सैकड़ों लोगों को गुरुदीक्षा दी गई तो वहीं देश के विभिन्न राज्यों से आए बटुकों ने यज्ञोपवीत संस्कार कराए। नामकरण, मुण्डन, विद्यारंभ, विवाह सहित कई संस्कार बड़ी संख्या में सम्पन्न हुए। समस्त संस्कार निःशुल्क सम्पन्न कराए गए। सायं दीपमहायज्ञ में आचार्य के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के संकल्प लिए गए।