देहरादून(आरएनएस)। भारतीय गौक्रान्ति मंच के बैनर तले धेनुमानस गौ कथा के पहले दिन गौमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठा दिलवाने के लिए शनिवार से दून में भव्य गौकथा प्रारंभ हुई। कथा शुरू होने से पूर्व रेसकोर्स में शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें भारी संख्या में गौभक्त शामिल हुए। गौमाता राष्ट्रमाता आंदोलन के ध्वजवाहक संत गोपाल मणि महाराज के सानिध्य में नगर में एक गौ प्रतिष्ठा यात्रा में शामिल उत्साही भक्त गौमाता राष्ट्रमाता के नारे लगा रहे थे। रेसकोर्स के गुरु नानक गर्ल्स स्कूल के मैदान में आयोजित कथा में संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि गौक्रांति मंच के संकल्प पर सनातन धर्म की चारों पीठ के शंकराचार्यों ने अपनी मोहर लगा दी है और अब यह संकल्प प्रत्येक सनातन प्रेमी हिन्दू का संकल्प है। प्रत्येक व्यक्ति को गौमाता को राष्ट्रमाता के पद पर प्रतिष्ठित करवाने के लिए एक मंच पर आना चाहिए। केन्द्र सरकार को करोड़ों सनातन प्रेमी जनमानस की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्र गौमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक दर्जा देना चाहिए। संत गोपाल मणि ने कहा कि जब तक गाय को हम पशु की दृष्टि से देखेंगे तब तक कल्याण नहीं हो सकता। मंच के मीडिया प्रभारी डॉ.रामभूषण बिजल्वाण ने बताया कि गौकथा सात दिनों तक चलेगी। इस अवसर पर मनोहर लाल जुयाल, बलवीर सिंह पंवार, शूरवीर सिंह मटूड़ा, यशवंत सिंह रावत, आनन्द सिंह रावत, डॉ. सीता जुयाल, डॉ. राकेश मोहन नौटियाल, कामिनी मोहन, सूरतराम डंगवाल, देवेंद्र पाल सिंह, ऋषिराज उनियाल, आचार्य राकेश, रविन्द्र राणा, बृजलाल रतूड़ी आदि उपस्थित रहे। संचालन डॉ.रामभूषण बिजल्वाण ने किया।