देहरादून(आरएनएस)। गांधी रोड स्थित दुकान का फर्जी वसीयतनामा बनाकर एक व्यक्ति ने उसे अपने नाम पर दर्ज कराने का प्रयास किया। पीड़ित परिवार को उस वक्त पता लगा जब उन्होंने दुकान फ्री होल्ड कराने के लिए एमडीडीए में आवेदन किया। तब पीड़ित पक्ष ने पुलिस को शिकायत दी। सीधे मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो कोर्ट का सहरा लिया। कोर्ट के आदेश पर मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। समीर नरूला की ओर से कोर्ट में अपील की गई। जिसमें उन्होंने अपने ही परिवार के सदस्य मनोज कुमार नरूला पर फर्जी दस्तावेज बनवाकर संपत्ति हड़पने के गंभीर आरोप लगाए हैं। विवाद गांधी रोड स्थित एक दुकान को लेकर है। जो समीर के पिता रामचंद्र नरूला के नाम पर थी। समीर का आरोप है कि उनके पिता की मृत्यु के बाद उक्त संपत्ति उनकी मां राजकुमारी नरूला के नाम पर नगर निगम में दर्ज हो गई थी। समीर नरूला का कहना है कि संपत्ति को फ्री होल्ड कराने के प्रयास में उन्हें जानकारी मिली कि मनोज कुमार नरूला ने फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग कर नगर निगम व एमडीडीए में फ्री होल्ड प्रक्रिया हेतु आवेदन कर दिया था। आरोप है कि पिताजी का फर्जी वसीयतनाम बनाकर आरोपी ने दुकान अपने नाम कराने का प्रयास किया। पीड़ित ने एमडीडीए और डीएम को शिकायत की। इसके बाद आरोपी का फ्री होल्ड का आवेदन निरस्त किया गया। शहर कोतवाल चंद्रभान सिंह ने बताया कि मामले में आरोपी मनोज कुमार नरूला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।