देहरादून(आरएनएस)। वन विकास निगम में आरएम रामनगर हरीश पाल ने अपने फर्जी हस्ताक्षकर कर पत्र जारी करने के मामले में को तहरीर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके नाम से फर्जी पत्र लिखकर किसी ने मुख्यालय के एक अधिकारी के खिलाफ शासन में शिकायत की थी। इस पत्र से दो अधिकारियोंपुलिस के बीच विवाद पैदा होने के साथ ही निगम में हड़कंच मच गया था। रामनगर पुलिस को दी गई शिकायत में हरीश पाल ने आशंका जताई है कि उनके फर्जी हस्ताक्षर से हो सकता है कुछ और भी पत्रावलियां इधर उधर की गई हों। उन्होंने इस मामले में फर्जीवाड़ा करने वालों को पता लगाकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।हरीश पाल के नाम से शासन को भेजे गए इस पत्र में एक अफसर पर काफी गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसमें भ्रष्टाचार से लेकर कई अन्य तरह के आरोप हैं। इस पत्र के बाद ये भी सवाल उठ रहे थे कि निगम में एमडी या जीएम स्तर के अधिकारी से शिकायत किए बिना ही सीधे शासन को कैसे पत्र भेजा गया। जबकि अधिकारिक तौर पर आरएम को सीधे शासन को पत्र भेजने का अधिकार नहीं है।