विकासनगर(आरएनएस)। माह-ए-रमजान पूरा होने की खुशी में गुरुवार को ईद मनाई गई। पछुवादून समेत सभी जिलों में ईदगाह और मस्जिदों में नमाज अदा की गई। नमाज के बाद सभी ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाई दी। वहीं पुलिस-प्रशासन की ओर से ईद को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। शहर की जामा मस्जिद में मौलाना सईद अहमद ने नमाज अदा कराई। मुसलमानों ने अल्लाह की बारगाह में सिर झुकाया और मुल्क की तरक्की व अमन-चैन के लिए दुआ की। बुधवार देर शाम शव्वाल महीने का चांद नजर आया तो घरों में ईद की तैयारियां तेज हो गई थीं। रोजदारों से लेकर बच्चे-बच्चे तक में ईद-उल-फितर का उत्साह देखते ही बन रहा था। गुरुवार को शहर की जामा मस्जिद में काफी संख्या में लोग पहुंचे और एक-दूसरे को गले लगाकर ईद की मुबारकबाद दी। ईद पर मुस्लिम समाज के लोगों ने ईदगाह में नमाज अदा कर अमन की दुआ मांगी। इसके बाद घरों में दावतों का दौर चला। मौलाना ने कहा कि खुदा की बारगाह में सभी एक समान हैं। लिहाजा हमें नफरत के बजाय देशभर में मौहब्बत बांटनी चाहिए। कहा कि रमजान के पावन महीने के बाद मनाये जाने वाले इस पर्व से एकता, सद्भाव और भाईचारे की भावना का संचार होता है। खुशियां बांटने का यह त्योहार क्षमा और दान करने की प्रेरणा देता है। युवाओं और बच्चों में ईद को लेकर भारी उत्साह रहा। ईदगाह पर बच्चे सजधज कर पहुंचे। पूरे दिन मुस्लिम समाज के लोगों ने एक-दूसरे के घर पहुंचकर ईद की बधाई दी।
पुलिस रही चाक चौबंद
ईद को लेकर पछुवादून में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था चौक चौबंद रही। सुबह से ईदगाह और मस्जिदों के आसपास पुलिस के जवान तैनात रहे। लोगों से ईद का त्योहार शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील की गई। सीओ भाष्कर लाल शाह ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की ईदगाहों पर पहुंचकर तस्दीक की।
नेता रहे नदारद
इस बार ईदगाह और मस्जिदों के बाहर बधाई देने के लिए नेताओं की भीड़ नहीं दिखाई दी। चुनाव आयोग की बंदिशों ने नेताजी के कदम ईदगाह तक पहुंचने से रोक दिए। हालांकि नेताजी के मस्जिद के बाहर खड़े नहीं होने से लोग भी नमाज अदा करने के बाद अपने परिजनों के साथ ईद की खुशियां मनाने घर पहुंच गए।