डॉ. वसुधा पंत ने उच्च शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन, सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय को एनएलयू का दर्जा देने की मांग

अल्मोड़ा। उत्तराखंड में राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) की स्थापना को लेकर चल रही बहुप्रतीक्षित मांग एक बार फिर तेज हो गई है। मंगलवार को अल्मोड़ा में प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ. वसुधा पंत ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के विधि संकाय को एनएलयू का दर्जा देने का अनुरोध किया।

डॉ. पंत ने ज्ञापन में लिखा है कि वर्ष 2011 में राज्य सरकार द्वारा ‘राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय उत्तराखंड अधिनियम’ पारित किया गया था, लेकिन इसके 14 वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी है। उन्होंने इसे प्रदेश की विधिक शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी कमी बताया और कहा कि राज्य की युवा पीढ़ी को गुणवत्तापूर्ण कानून शिक्षा देने के लिए यह कदम बेहद जरूरी है।

डॉ. पंत ने बताया कि उन्होंने इस विषय पर पहले भी संविधान दिवस, 26 नवम्बर को जिलाधिकारी अल्मोड़ा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा था। उनका कहना है कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का विधि संकाय इस दिशा में एक मजबूत आधार बन सकता है। यदि इसे एनएलयू का दर्जा दिया जाए तो इससे न केवल पहले से बने अधिनियम को क्रियान्वयन मिलेगा, बल्कि राज्य के छात्रों को बाहर न जाकर यहीं बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।

उच्च शिक्षा मंत्री ने ज्ञापन प्राप्त करने के बाद इस पहल की सराहना की और आश्वासन दिया कि इस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का विस्तार भी शामिल है।