हरिद्वार(आरएनएस)। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने गुरुवार को रुड़की क्षेत्र के विभिन्न सरकारी विभागों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान डीएम को तहसील परिसर स्थित तीन कार्यालयों में आठ कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इस पर डीएम ने कर्मचारियों का वेतन रोकने के निर्देश संबंधित को दिए। वहीं, छापेमारी के बाद डीएम ने क्षेत्र के सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीएम ने बच्चों से अभिभावक के तौर पर संवाद स्थापित किया। शुक्रवार को डीएम ने जिले के विभिन्न कार्यालयों में छापेमारी की। डीएम की छापेमारी से सरकारी कार्यालयों में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान डीएम ने रुड़की स्थित एआरटीओ कार्यालय, तहसील परिसर, क्षेत्रीय खाद्य पूर्ति कार्यालय और नगर पंचायत झबरेड़ा आदि में कर्मचारियों की उपस्थित की जांच की। तहसील परिसर के विभिन्न कार्यालयों में छापेमारी के दौरान क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति कार्यालय में पांच कार्मिक, नजारत अनुभाग में दो कार्मिक, चकबंदी अनुभाग-2 में एक कार्मिक अनुपस्थित मिला। कुल आठ कर्मचारी अनुपस्थित मिलने पर डीएम ने अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही नगर पंचायत झबरेड़ा को अपनी आय के संसाधन बढ़ाने और नगर पंचायत को वेतन भुगतान में आत्मनिर्भर बनाने के निर्देश दिए। वहीं, स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में निरीक्षण के दौरान डीएम ने व्यवस्थाओं, शिक्षकों की उपस्थिति, पढ़ाई की गुणवत्ता और विद्यार्थियों की उपस्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोटवाल आलमपुर में मिड डे मिल भोजन के लिए निर्धारित लिस्ट नहीं दिखा पाने पर डीएम ने नाराजगी जाहिर की। साथ ही बच्चों को सही से पका हुआ भोजन परोसने और गुणवत्तायुक्त भोजन खिलाते रहने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केंद्र कोटवाल प्रथम के निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर को निर्देशित करते हुए कहा कि शुरू से ही बच्चों की झिझक दूर करने का प्रयास करें और बच्चों को शुरू से ही बोलना सिखाया जाए। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टिकौला कलां के औचक निरीक्षण के दौरान कुछ बच्चों की अनुपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए शिक्षकों से जानकारी ली। इस मौके पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आशीष मिश्रा, तहसीलदार विकास अवस्थी आदि मौजूद रहे।