अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में धरने को 5000 दिन पूरे होने पर एसएसबी स्वयं सेवकों ने गांधी पार्क में प्रदर्शन किया तथा गांधी पार्क से शिखर चौराहे तक रैली निकाली। रैली में एसएसबी गुरिल्ले अपनी मांगों के समर्थन तथा सरकार द्वारा आंदोलन की अनसुनी किये जाने पर सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए नारे लगा रहे थे। गांधी पार्क में सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि 17 साल लंबा आंदोलन तथा 5000 दिन से लगातार धरना जहां गुरिल्लों के धैर्य की कड़ी परीक्षा है वहीं सरकार की रहस्यमय चुप्पी प्रजातांत्रिक सरकार पर सवाल है विशेष रूप से जब मामला सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़ा हो। केन्द्र सरकार ने विगत वर्षो में गुरिल्लों का सत्यापन कराया, एसएसबी से गुरिल्लों के समायोजन का प्रस्ताव भी मंगाया, फिर कुछ किया नहीं बस राज्यों को एक साधारण सा पत्र लिख दिया कि राज्य सरकार केन्द्र सहायातित योजनाओं में गुरिल्लों को समायोजित करें और राज्य सरकार ने उन पत्रों पर कार्यवाही नहीं की, राज्य सरकार ने अपने शासनादेश भी लागू नहीं किए और ना ही मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक के निर्णयों पर कार्यवाही की, इसलिए आज प्रदर्शन के बाद 23 जून से एसएसबी गुरिल्लों द्वारा पूरे प्रदेश में जनजागरण यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा चितई गोलज्यू मंदिर से प्रारम्भ होगी। वक्ताओं ने कहा यात्रा के माध्यम से पूरे प्रदेश के गुरिल्लों को एक जुट किया जाएगा तथा सरकार को चेताया जाएगा कि आज भी सीमावर्ती राज्यों में गुरिल्लों के सहयोग से अलगाववादी, आंतकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। लेकिन ये समझ से परे है कि सरकार को यह क्यों समझ में नहीं आ रही। अनेक वक्ताओं ने सरकार के रवैए पर भारी आक्रोश व्यक्त किया। वक्ताओं ने उग्र आंदोलन छेड़ने, चुनाव में नोटा दबाने, चुनाव बहिष्कार जैसे निर्णय संगठन से लेने की मांग की। रैली और प्रदर्शन में अल्मोड़ा जनपद के अलावा नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत, चमोली, पौड़ी से भी गुरिल्लों ने भागीदारी की। सभा को केन्द्रीय अध्यक्ष ब्रह्मा नंद डालाकोटी, पौड़ी के जिलाध्यक्ष मान सिंह, चमोली के जिलाध्यक्ष गुलाब सिंह बिष्ट, नैनीताल के जिलाध्यक्ष पीतांबर मेलकानी, चंपावत के ललित बगौली, बहादुर सिंह मेहता, कैलाश शाह, चन्द्र कांत उपाध्याय, रंजीत शाह, भोला दत्त शर्मा आदि ने सम्बोधित किया। सभा का संचालन अल्मोड़ा के अध्यक्ष शिवराज बनौला ने किया। यहाँ प्रदर्शन में शिव भजन कोहली, अजय भट्ट, प्रेम लाल, ब्रजमोहन सिंह, दीवान सिंह, गोपाल राणा, खड़क सिंह पिलख्वाल, ममता मेहता, आनंदी महरा, रेखा आर्या, धनी आर्या, दीपा शाह सहित सैकड़ों की संख्या में गुरिल्लों ने भागीदारी की।