अल्मोड़ा। मुख्य विकास अधिकारी, आकांक्षा कोण्डे के नेतृत्व में, टी बोर्ड और मनरेगा के बीच अभिनव सहयोग से ग्राम पंचायत देवलीखान विकास खंड हवालबाग में ग्रामीणों के लिए रोजगार और स्वरोजगार के सुनहरे अवसर तैयार किए जा रहे हैं। वर्ष 2020-21 में प्रारम्भ इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में 1 हेक्टेयर भूमि पर 15,000 चाय पौधों का रोपण किया गया। मुख्य विकास अधिकारी, आकांक्षा कोण्डे के नेतृत्व में धीरे-धीरे, यह कार्यक्रम विस्तारित हुआ और वर्तमान में 8.35 हेक्टेयर भूमि में नर्सरी विकास, पौध रोपण और बागान रखरखाव सहित विभिन्न चाय विकास गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। वर्तमान तक 60 ग्रामीण परिवारों को मनरेगा के माध्यम से 100 दिवसीय रोजगार और चाय विकास बोर्ड द्वारा 210 दिवसीय रोजगार प्रदान किया गया है। इस दौरान, मनरेगा के तहत ₹15 लाख का कार्य पूरा किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप 6414 मानव दिवस का रोजगार सृजित हुआ है। चाय विकास बोर्ड वर्तमान में लगभग 1.25 क्विंटल ग्रीन टी और लीफ टी का उत्पादन कर रहा है, जिसकी बाजार कीमत ₹600-800 प्रति किलोग्राम है। कार्यक्रम के सात साल पूरे होने पर, चाय विकास बोर्ड 7 से 15 वर्ष तक कुल उत्पादन मूल्य का 20% भूमि मालिकों को प्रदान करेगा। 15 वर्षों के बाद, भूमि मालिक स्वतंत्र रूप से चाय की पत्तियों का उत्पादन करेंगे और चाय विकास बोर्ड उनसे पत्तियां खरीदेगा। इस पहल से ग्रामीणों में उत्साह है, जिससे उन्हें वर्ष भर रोजगार मिल रहा है और भविष्य में स्वरोजगार की संभावनाएं भी हैं। यह अल्मोड़ा क्षेत्र के निवासियों के लिए ग्रामीण पलायन रोकथाम और पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्य विकास अधिकारी, आकांक्षा कोण्डे ने इस सफलता के लिए सभी संबंधित अधिकारियों और ग्रामीणों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पहल अन्य ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रेरणादायी है और इसका मॉडल पूरे जनपद में लागू किए जाने पर कार्य किया जाएगा।