अल्मोड़ा। रकैप सैटेलाइट सेंटर भैसोड़़ी, ताकुला, अल्मोड़ा में डैमस्क रोज फेस्टिवल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लगभग डेढ़ सौ किसानों और स्कूली बच्चों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में किसानों और छात्रों को डैमस्क गुलाब की खेती से जुड़ी तकनीकी जानकारियां प्रदान की गईं, जिनमें नर्सरी उत्पादन, कृषिकरण, फूलों की तुड़ाई, आसवन प्रक्रिया तथा आसवन के बाद बचे गुलाब की पंखुड़ियों से अगरबत्ती निर्माण के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में किसानों को यह भी जानकारी दी गई कि वे अपनी जमीनों के घेरबाड़ में डैमस्क गुलाब का रोपण कर अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। डैमस्क गुलाब की नूरजहां प्रजाति से गुलाब जल, गुलकंद और उच्च गुणवत्ता का इत्र तैयार किया जाता है, जिसकी बाजार में कीमत 8 से 10 लाख रुपये प्रति लीटर तक है। इस आयोजन में महिंद्रा क्लब, बसोली से आए सैलानियों ने भी प्रतिभाग किया और कैप द्वारा लगाए गए स्टॉल से गुलाब जल, रोजमेरी हाइड्रोसोल, जिरेनियम हाइड्रोसोल, तुलसी अर्क और गुलाब की सूखी पंखुड़ियों का क्रय किया। कार्यक्रम में बसोली, चौराड़ी, थापला, बीना, पनेरगांव, नाई और भकुना गांवों से आए किसानों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आए हुए किसानों प्रभाकर सिंह, ललित मोहन लोहनी, अनीता लोहनी, विमला देवी, कमला देवी, भगवती देवी, हरूली देवी, चंद्रा बिष्ट, गणेश सिंह, सोना देवी, दीपा नेगी, मनोज सिंह, राजेंद्र सिंह, चंद्रशेखर पंत, हेमा जोशी और दया जोशी ने भी अपने विचार साझा किए और कार्यक्रम की सराहना की। देश के विभिन्न हिस्सों से आए सैलानियों ने भी बड़ी संख्या में प्रतिभाग कर आयोजन को सराहा। कार्यक्रम का संचालन विजय प्रसाद वमोला, फील्ड प्रभारी ने किया जबकि तकनीकी जानकारियां जनपद प्रभारी सुनील सिंह बर्तवाल द्वारा दी गईं।