हरिद्वार(आरएनएस)। कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में नीतू सिंह निवासी रामधाम कालोनी रावली महदूद ने बताया कि उसके ससुर खजान सिंह की मृत्यु जून 2017 में दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में हुई थी। भेल में कार्यरत ससुर की मौत भेल के सेक्टर तीन में उनके आवास में दर्शाकर पत्नी और पुत्रों ने शिवालिक नगर नगर पालिका से मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया। उसके बाद भेल से कई लाख का क्लेम ले लिया। आरोप है कि मृत्यु प्रमाण पंजीकरण की तिथि 12 जून 2017 दिखाई गई, जबकि जारी करने की तिथि 11 सितंबर 2019 दिखाई गई है। ससुर की वर्ष 2017 में मौत होने के बाद तुरंत ही क्लेम की धनराशि ले ली गई थी। आरोप है कि गलत मृत्यु प्रमाण पत्र जारी और पंजीकरण की तिथि में किए गए फर्जीवाड़े में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी व तत्कालीन लिपिक भी शामिल रहे हैं।