ऋषिकेश(आरएनएस)। एम्स ऋषिकेश में इंडियन सोसायटी ऑफ पेन क्लिनिशियन के आईएसपीसीसीओएन 2024 कांफ्रेंस का शनिवार को विधिवत आगाज हो गया। कांफ्रेंस में देश-विदेश से जुटे पेन विशेषज्ञ विभिन्न सत्रों में दर्द निवारण की आधुनिकतम तकनीक पर मंथन कर रहे हैं। एम्स ऋषिकेश में आयोजित तीन दिवसीय कांफ्रेंस का शुभारंभ कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव मित्तल ने संयुक्त रूप से किया। कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि पेन अत्यधिक पीड़ादायक होता है। ऐसे में यदि किसी मरीज की लंबे अरसे से चले आ रहे क्रोनिक पेन की दुश्वारियों का निवारण कर दिया जाए तो चिकित्सक का यह प्रयास मरीज के लिए अत्यधिक लाभकारी और सुकून देने वाला होता है। नेशनल मेडिकल काउंसिल एनएमसी नई दिल्ली के चेयरमैन डॉ. बीएन गंगाधर ने कहा कि कांफ्रेंस में विशेषज्ञों द्वारा की जाने वाली चर्चा परिचर्चा से चिकित्सकों के ज्ञानवर्धन एवं दर्द से ग्रसित मरीजों के दर्द निवारण में कारगर साबित होगी। साथ ही शरीर के विभिन्न हिस्सों में होने वाले दर्द के निवारण में ग्रसित मरीजों को कम दाम में आधुनिक तकनीक का लाभ मिल सकेगा। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. वाईएस पयाल ने कहा कि वर्तमान में शरीर के जटिलतम हिस्सों में होने वाले दर्द के समाधान के लिए कई आधुनिकतम तकनीक के दर्द निवारक अत्यधिक कम दामों पर उपलब्ध हैं, जिन्हें अपनाकर मरीज को लंबे अरसे से होने वाली दर्द की समस्या का स्थायी समाधान मिल सकता है। आयोजन सचिव डॉ. अजीत कुमार ने कहा कि कांफ्रेंस में विभिन्न मेडिकल संस्थानों से आए पेन विशेषज्ञ अलग अलग सत्रों में व्याख्यान देंगे। सम्मेलन चिकित्सकों व मरीजों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होगा। मौके पर प्रो. एसके हांडू, प्रो. प्रशांत पाटिल, सुजीत गौतम, डॉ. सरिता सिंह, डॉ. प्रवीन तलवार, डॉ. रूमा कटोरिया, डॉ. प्रिंयका गुप्ता, डॉ. मृदुल धर, सोसायटी के संयुक्त सचिव डॉ. संदीप कूबा, पूर्व अध्यक्ष डॉ. बीके मोहन आदि उपस्थित रहे।
डॉ. रविशंकर को यंग फिजिशियन पेन अवार्ड
कांफ्रेंस के प्रथम दिवस इंडियन सोसायटी ऑफ पेन क्लिनिशियन की ओर से गोरखपुर एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रवि शंकर शर्मा को प्रोफेसर बीरेंद्र रस्तोगी यंग फिजिशियन पेन अवार्ड से नवाजा गया। समारोह में एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने डॉ. रवि शंकर शर्मा को सोसायटी की ओर से यंग पेन फिजिशियन अवार्ड के तहत मेडल प्रदान किया।