कांग्रेस जल्द शुरू करेगी केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा: धस्माना

देहरादून(आरएनएस)। कांग्रेस जल्द केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा को शुरू करने जा रही है। कांग्रेस वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने मंगलवार को कांग्रेस भवन में पत्रकार वार्ता में कहा कि जिस स्थान पर यात्रा को स्थगित किया गया था, वहीं से यात्रा शुरू की जाएगी। केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्थिति सामान्य होते ही कांग्रेस यात्रा शुरू करेगी। भाजपा ने श्रीकेदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा को जिस तरह नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है, उसके लिए भाजपा को पूरे सनातन धर्म से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली बौराड़ी में केदारनाथ धाम के नाम से मंदिर निर्माण का काम भाजपा की शह पर शुरू हुआ। केदारनाथ धाम से शिला दिल्ली ले जाने का पाप किया गया। श्रीकेदारनाथ धाम के नाम से बाकायदा ट्रस्ट बनाया गया। दुनिया भर से चंदा मांगा गया। इसे पैसे को बीकेटीसी के खाते में जमा कराया जाए। भाजपा के इस जघन्य पाप के खिलाफ प्रदेश भर से लोगों ने आवाज उठाई। आम लोगों की इसी आवाज को आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने श्री केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा शुरू किया। हरिद्वार से इस यात्रा को श्री केदारनाथ धाम तक जाना था। यात्रा हरिद्वार से शुरू हुई। रुद्रप्रयाग से आगे पहुंचने पर आपदा से हुए नुकसान और केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग के ध्वस्त होने पर यात्रा को रोका गया। कांग्रेसियों ने यात्रा रोक, आपदा राहत बचाव कार्यों में प्रशासन का सहयोग किया। अब जैसे ही स्थिति सामान्य होती है, यात्रा को दोबारा शुरू किया जाएगा।
कहा कि भाजपा को श्रीकेदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने को लेकर किए गए कामों पर जवाब देना होगा। बताना होगा कि गर्भ गृह में जो 228 किलो सोना लगाने के जो दावे किए गए थे, वो अब सोने के पीतल बनने पर कहां गए। क्योंकि बीकेटीसी अध्यक्ष ने खुद 228 किलो सोने का दावा किया था। शंकराचार्य की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देना होगा। बताना होगा कि गर्भ गृह में फोटोग्राफी करवा कर किसने प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया। क्यों कृष्णा माई गुफा का नाम बदला गया। बताना होगा कि कौन केदारनाथ धाम से शीला लेकर दिल्ली गया। इस अवसर पर प्रवक्ता गरिमा दसोनी, अमरजीत सिंह, शीशपाल बिष्ट आदि मौजूद रहे।

धामों के व्यवसायीकरण पर लगे रोक
धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार ने श्री केदारनाथ और श्री बदरीनाथ धाम का पूरी तरह व्यवसायीकरण कर दिया है। दोनों धामों में अंधाधुंध निर्माण कर उनके मूल स्वरूप को प्रभावित करने का काम किया है। मोझ धामों को स्प्रिच्यूवल सिटी का नाम देकर धामों की मान्यता को प्रभावित करने का षडयंत्र रचा जा रहा है। धामों में जेसीबी चला कर वहां बने कुंड को ध्वस्त कर, धामों के पौराणिक स्वरूप को प्रभावित किया जा रहा है। तत्काल इस पर रोक लगाई जाए।