हरिद्वार। जिलाधिकारी कार्यालय (कलक्ट्रेट भवन) के एक कमरे में सोमवार देर रात एक कनिष्ठ सहायक फांसी के फंदे पर झूलता मिला। मौके पर मिले कागज में उसने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। हालांकि, इसमें आत्महत्या का कारण नहीं लिखा गया है। इस कागज को सुसाइड नोट मानकर पुलिस जांच कर रही है। कर्मचारी के सुसाइड कर लेने की घटना से कलेक्ट्रेट में दिनभर चर्चा चलती रही। सिडकुल क्षेत्र के गांव रावली महदूद निवासी कमल कुमार (28) पुत्र परागी लाल जिलाधिकारी कार्यालय के आरटीआई अनुभाग में कनिष्ठ सहायक (सूचना सहायक) के पद पर तैनात था। सोमवार को गांधी जयंती के अवसर पर सरकारी अवकाश था। कुछ कर्मचारी कलक्ट्रेट पहुंचे थे। कैंपस के कमरा नंबर 222 में सूचना कार्यालय में कार्य कर रहे कमल कुमार के देर रात तक बाहर न आने पर कुछ कर्मचारी वहां पहुंचे। उन्होंने जब दरवाजा खोलना चाहा तब अंदर से कुंडी बंद थी। संदेह होने पर उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। सीओ सदर स्वप्निल मुयाल, एसओ नरेश राठौड़ मौके पर पहुंचे। दरवाजा बंद होने पर पुलिस ने खिड़की के रास्ते अंदर प्रवेश किया, देखा कि कर्मचारी का शव रस्सी के फंदे के सहारे पंखे से झूल रहा था।