अल्मोड़ा। राजकीय इंटर कॉलेज सुनौली में एसएमसी और पीटीए की संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्लस्टर विद्यालय योजना के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज सुनौली को इंटर कॉलेज सारकोट में स्थानांतरित किए जाने की विभागीय मंशा पर तीव्र विरोध प्रकट किया गया। बैठक में अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नागरिकों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि यह निर्णय लागू किया गया, तो व्यापक जन आंदोलन शुरू किया जाएगा। अभिभावकों ने कहा कि कॉलेज में अध्ययनरत अधिकांश छात्र-छात्राएं बिनसर वन्य जीव विहार से सटे दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों से आते हैं, जहां जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है। ऐसे में बच्चों के लिए सारकोट जाकर नियमित रूप से पढ़ाई करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि इस विद्यालय की स्थापना के लिए ग्रामीणों ने अपनी भूमि इस आशा के साथ दी थी कि उनके बच्चों को घर के पास शिक्षा मिलेगी। बैठक में यह भी कहा गया कि विद्यालय ने विशेष रूप से बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। स्थानांतरण की स्थिति में क्षेत्र के अधिकांश बच्चे शिक्षा से वंचित हो सकते हैं, जो सरकार की ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसी योजनाओं की भावना के खिलाफ होगा। ग्रामीणों ने विद्यालय के सर्वांगीण विकास में स्थानीय सहभागिता और योगदान को भी रेखांकित किया। बैठक को एसएमसी अध्यक्ष कविता भाकुनी, ममता भाकुनी, पूजा भाकुनी, ज्योति भाकुनी, पीटीए अध्यक्ष हेमंत कुमार, संरक्षक ईश्वर जोशी, पूर्व अध्यक्ष गिरीश जोशी, ईडीसी अध्यक्ष सुशील कांडपाल और पूरन सिंह भाकुनी आदि ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने एक मत से विद्यालय के स्थानांतरण का विरोध करते हुए चेतावनी दी कि यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया, तो क्षेत्र में तीव्र जन आंदोलन किया जाएगा।