चैकिंग के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न करने पर किया जाएगा अधिकारियों का घेराव: संजय साह ‘रिक्खू’

अल्मोड़ा। आज दिनांक 5 अक्टूबर को प्रेस को दिए एक बयान में नगर व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष संजय साह ‘रिक्खू’ ने कहा कि लगभग 6 माह से व्यापारी की आजीविका पर लाॅकडाउन का बुरा असर पड़ा है। व्यापारी को अपने परिवार के लालन पालन के लिए समय और मौसम के अनुसार अपना व्यापार भी बदलना पड़ा और जब अब सभी व्यापारियों को हिन्दुओं के पारम्परिक त्यौहार दीपावली का इन्तजार हो रहा था तो जिला प्रशासन के नेतृत्व में मिठाई, रेस्टॉरेन्ट व्यापारियों का खाद्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा चैकिंग के नाम पर पुलिस बल का खौफ दिखा कर6 उत्पीड़न किया जा रहा है। पुलिस बल को साथ लेकर जबरन बाल मिठाई के सैम्पल लेकर ऐसा लग रहा है कि मानो कि व्यापारियों ने बाल मिठाई का व्यापार कर के सबसे बड़ा गुनाह कर लिया है। इससे पूरे अल्मोड़ा नगर ही नहीं जिले के मिठाई व्यवसायियों के रोजगार पर प्रश्नचिन्ह लग जा रहा है। बाहर से आने वाले देशी – विदेशी पर्यटक बाल मिठाई खरीदने के लिए असमंजस की स्थिति में हैं जबकि कहा जाता है कि बाल मिठाई का अविष्कार 1865/72 सन् के लगभग हुआ है। उस समय भी पहाड़ की बाल मिठाई को अंग्रेजों द्वारा बडे़ चाव से शुभ कार्याें में उपयोग किया जाता था। जब से बाल मिठाई का अविष्कार हुआ है तब से आज तक नकली खोये के द्वारा बनाई जाने वाली बाल मिठाई का एक भी मामला सामने नहीं आया है। ऐसे में प्रशासन की मिली भगत से खाद्य सुरक्षा विभाग के आला अधिकारियों के द्वारा मिठाई और रेस्टोरेन्ट के व्यापापियों का चैकिंग के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसकी वजह से बाल मिठाई की बिक्री पर भी बुरा असर पड़ा है। ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर नकली खोए व मावे की चैकिंग का अभियान लोधिया बैरियर में गाड़ियों की चैकिंग कर के किया जाना चाहिए।
नगर व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष संजय साह ‘रिक्खू’ ने कहा कि खाद्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा चैकिंग के नाम अल्मोड़ा नगर के किसी भी मिठाई, रेस्टोरेन्ट, होटल व्यवासायियों का जबरन उत्पीड़न किया गया तो मजबूर होकर व्यापारियों को एक जुट कर के खाद्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी खाद्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की होगी।