बॉबी के खिलाफ कार्रवाई की मांग, सचिवालय में आधे दिन ठप रहेगा कामकाज

देहरादून(आरएनएस)।  सचिवालय में बुधवार शाम को सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के साथ अभद्रता और उनके स्टाफ के साथ मारपीट के खिलाफ सचिवालय संघ समेत सभी घटक संघों ने कड़ा विरोध जताया। बॉबी पंवार और उनके दो साथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। सचिवालय संघ की आम सभा में ऐलान किया गया कि शुक्रवार को सचिवालय में आधे दिन एक बजे तक काम नहीं होगा। सोमवार से आंदोलन तेज किया जाएगा।   गुरुवार को सचिवालय में पहले सचिवालय संघ और घटक संघों की बैठक हुई। बैठक में तय हुआ कि शाम को आम सभा होगी। आम सभा में अध्यक्ष सुनील लखेड़ा ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सचिवालय राज्य की सर्वोच्च संस्था है। यदि किसी को कोई परेशानी है, तो अपनी बात लोकतांत्रिक तरीके से रखी जा सकती है। सुनवाई न होने पर उच्च स्तर पर शिकायत की जाए, लेकिन हिंसक कार्रवाई को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस घटना के विरोध में शुक्रवार को एक बजे तक एटीएम चौक पर धरना देकर कार्रवाई को दबाव बनाया जाएगा। सोमवार से आंदोलन तेज किया जाएगा। सीएम, मुख्य सचिव से मिल कर कार्रवाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।
महासचिव राकेश जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर कार्रवाई की मांग कर दी गई है। उपाध्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। पूर्व अध्यक्ष दीपक जोशी ने कहा कि भ्रष्टाचार की कोई शिकायत है, तो उसके लिए शिकायत करने को सरकारी एजेंसियां हैं। इस तरह किसी को भी सचिवालय में आकर कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। बॉबी पंवार ने बेरोजगार संघ के नाम का दुरुपयोग किया। संयुक्त सचिव रंजीत सिंह रावत ने कहा कि बेरोजगार संघ को ऐसी हिंसक गतिविधियों के लिए खड़ा नहीं किया गया। अनिल उनियाल ने कहा कि जब बॉबी पंवार ने बेरोजगारों की मांग उठाई, तो उनका समर्थन किया। लेकिन ऐसे हिंसक रवैये को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूर्व महासचिव प्रदीप पपनै ने कहा कि ये हमला सचिवालय में बैठे हर अफसर, कर्मचारी पर है। एससी एसटी इम्प्लाईज फैडरेशन के अध्यक्ष करमराम ने कहा कि बॉबी पंवार ने अपनी छवि को खुद धूमिल कर दिया है।

सोच समझ कर जारी किए जाएं पास:  आम सभा में सभी अधिकारियों, कर्मचारियों से अपील की गई कि आंगतुकों को सोच समझ कर रही पास जारी किए जाएं। किसी भी अराजक व्यक्ति और खराब छवि के व्यक्ति को पास जारी न किए जाएं।  आम सभा में सभी ने एक सिरे से बॉबी पंवार के सचिवालय प्रवेश को पास जारी करने की संस्तुति करने वाले कर्मचारी के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई न किए जाने की मांग की। कहा कि इस पूरी घटना में पास जारी करने वाले की कोई गलती नहीं है।

फील्ड कर्मचारी संगठनों ने भी कार्रवाई को बनाया दबाव
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने भी सचिवालय में मारपीट पर कड़ा विरोध जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अध्यक्ष अरुण पांडे और महामंत्री शक्ति प्रसाद भट्ट ने बॉबी पंवार के हिंसक रवैये की निंदा की। प्रवक्ता आरपी जोशी ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आकर इस तरह की मारपीट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। राज्य निगम कर्मचारी महासंघ अध्यक्ष सूर्यप्रकाश राणाकोटी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई पर जोर दिया।

यूपीसीएल मुख्यालय में प्रदर्शन
सचिव ऊर्जा और स्टाफ के साथ हुई अभद्रता के खिलाफ यूपीसीएल मुख्यालय में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की गई। ऊर्जा से जुड़े सभी कर्मचारी संगठनों ने संयुक्त रूप से विरोध जताया। विरोध जताने वालों में हाइड्रो इलेक्ट्रिक ट्रेड यूनियन के केंद्रीय महामंत्री सुनील तंवर, नरेश पाल, बलबीर कंडारी, जेई एसोसिएशन से पवन रावत, सुनील उनियाल, नवनीत चौहान, लेखा संघ से एचएस रावत, विक्रम यादव, विजय गुप्ता, सुनीता मोहन, प्रियंका, श्वेता समेत बिजली कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

कांग्रेस ने भी की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर बॉबी पंवार और उनके साथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। कहा कि इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करती हैं। जल्द कार्रवाई की जाए। ताकि राज्य के कर्मचारी, अधिकारी खुद को सुरक्षित महसूस करें।

25 अक्तूबर को ही दे दी थी धमकी
बॉबी पंवार ने 25 अक्तूबर के अपने फेसबुक पेज पर सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम के साथ अभद्रता करने की चेतावनी दे दी थी। बॉबी पंवार के फेसबुक पेज पर लिखा गया था कि वो सचिव मीनाक्षी सुंदरम से मिलने सचिवालय गए। वे अवकाश पर थे। वे जल्द उनके खिलाफ अपना काम करेंगे।