बर्ड वॉचिंग को बनाया जाएगा पर्यटन का एक बड़ा जरिया

देहरादून। गढ़वाल मंडल विकास निगम राज्य में पर्यटन कारोबार को बढ़ावा देने को बर्ड वाचिंग का प्रचार प्रसार करेगा। इसे पर्यटन का एक बड़ा जरिया बनाया जाएगा। इसके जरिए स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जाएगा। देश, विदेश के प्रसिद्ध बर्ड वॉचर को राज्य के प्रमुख स्थलों का भ्रमण करा कर प्रचार प्रसार किया जाएगा। पर्यटन कारोबार को विस्तार देने को नई दिल्ली में आयोजित कांफ्रेंस में एमडी जीएमवीएन विनोद गिरी गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश में बर्ड वॉचिंग की अपार संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को अब धरातल पर उतारा जाएगा। देश, विदेश के प्रसिद्ध बर्ड वॉचर को कण्वाश्रम कोटद्वार, खिर्सू पौड़ी, आसन बैराज देहरादून, धनोल्टी, रैथल, बार्सू समेत तमाम दूसरे अन्य अहम स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। ताकि राज्य के इन स्थानों का प्रचार प्रसार हो सके। प्रसिद्ध बर्ड वॉचर इंडिया बर्ड ग्रुप के संस्थापक केबी सिंह ने कहा कि देश, विदेश के बर्डवॉचरों का उत्तराखंड प्रमुख स्थान है। उत्तराखंड को कई कारणों से देश भर में पसंद किया जाता है। उत्तराखंड की विविध जैव विविधता, अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियां पर्यटकों को लुभाती हैं। मंदाकिनी नदी के आस पास बर्ड वॉचिंग का हब बनाया जाए। मंदाकिनी नदी किनारे बर्ड वॉचर के लिए रात्रि विश्राम का इंतजाम किया जाए। इससे अन्य ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्ड वॉचर दिन में घूम सकते हैं। ऐसा किए जाने पर पर्यटक अल्पाइन बर्ड के साथ ही अन्य प्रजाति के भी पक्षी आसानी से देखे जा सकते हैं। इस अवसर पर आनंदो बनर्जी, किशन मीणा, सोमा, भारती चतुर्वेदी, कंवर बी सिंह, अमित शर्मा, पारितोष नारायण, भूमेश भारती, विरेंद्र गोस्वामी, जर्नादन, सतपाल सिंह गांधी मौजूद रहे।

स्थानीय लोगों को मिलेगी बर्ड गाइड की ट्रेनिंग
बर्ड टुअर ऑपरेटर के प्रतिनिधि सलिल ने कहा कि बर्ड वॉचर ग्रुप को एक बर्ड गाइड की जरूरत होती है। गाइड ऐसा हो, जो बर्ड वॉचर ग्रुप को बिना समय गवाएं उन स्थानों पर ले जाए, जहां बड़ी संख्या में बर्ड मिल सकें। एमडी गोस्वामी ने बताया कि प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। आय भी बढ़ेगी।