रेस्क्यू में आने वाली बाधाओं पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण : भट्ट
देहरादून(आरएनएस)। भाजपा ने सिलक्यारा को लेकर कांग्रेसी रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही 41 जिंदगियों को बचाने की मुहिम में आ रही बाधाओं पर राजनीति करने का आरोप लगाया है। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि सीएम धामी मौके रहकर रेस्क्यू टीम का हौसला बढ़ा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को उसमे भी सियासत नजर आती है। टनल में फंसे श्रमिकों का जीवन बचाने के मिशन में आज आई बाधा को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए भट्ट ने कहा, तमाम चुनौतियों से पार पाते हुए, हम कामयाबी के इतने करीब तक पहुंचे हैं। हमें रेस्क्यू अभियान में लगे विशेषज्ञों और आपदा प्रबंधन की टीम पर पूरा भरोसा है कि वे इस बाधा को भी दूर कर सभी को सुरक्षित बचा कर लाएगी। सीएम के वहां कैंप बनाने को लेकर कांग्रेसी बयानों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी एक स्वाभाविक लीडर की भांति इस बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने बचाव टीम को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिस विशेषज्ञ या जिस संसाधन की जरूरत हो उसे तत्काल मौके पर बुलाएं। वे पहले मौके पर गए या जहां भी रहे, हमेशा अभियान को लेकर पल पल की जानकारी लेते रहे। रेस्क्यू अभियान की गंभीरता को देखते हुए, बचाव टीम और पीड़ित परिजनों का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्होंने वहां अस्थाई कैंप लगाने का निर्णय किया है। उनके इस संवेदनशील निर्णय की प्रदेश ही नहीं देशभर में प्रशंसा हो रही है लेकिन यह सब कांग्रेस को हजम नही हो रहा है। यही वजह है कि शुरुआत से ही इस आपदा में राजनीति के अवसर ढूंढने वाली कांग्रेस को सीएम के प्रयासों में सियासत नजर आ रही है।
कांग्रेस पर परस्पर विरोधाभासी बयानबाजी का आरोप लगाते हुए कहा, भट्ट ने कहा, पहले यही लोग कहते थे कि मुख्यमंत्री, मंत्री घटनास्थल का नही, राजनैतिक दौरों में व्यस्त हैं और अब जब मुख्यमंत्री ने परिस्थिति के मद्देनजर वहां डेरा डाला है तो उसे सियासत बता रहे हैं। जबकि देश जानता है कि सुरंग में बंद श्रमिकों को दवाई, पानी, खाना, आक्सीजन समेत जो भी जरूरी चीज उन्हे चाहिए वह उन तक पहुंचाया जा रहा है। सीएम स्वयं इन सभी श्रमिकों से बात कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं, साथ ही पीड़ित परिजनों को भी ढांढस बंधा रहे हैं और रेस्क्यू टीम के मनोबल को भी मजबूत कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा, व्हाट्सएप या अन्य सोशल मीडिया यूनिवर्सिटी के अपुष्ट ज्ञान के आधार पर बयान देने के बजाय उन्हें जिम्मेदार राजनैतिक दल के नाते सकारात्मक रुख अख्तियार करना चाहिए। उन्हें समझना होगा कि उनके गैरजिम्मेदार सवाल, अभियान से जुड़े लोगों की कोशिशों और मंशा पर हमला है, जो उनके और पीड़ित परिवारों के विश्वास को डिगाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा, यह तय है कि हमारी विशेषज्ञ टीम सभी मजदूर भाइयों को सुरक्षित बचाने में देर सबेर अवश्य कामयाब होगी। उन्होंने कटाक्ष कर कहा कि टीम की यह सफल कोशिश इतिहास बनने वाली है, जिसमे विपक्ष के रुख की समालोचना भी तय है।