ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए किया आमंत्रित
बर्मिंघम। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ब्रिटेन दौरे के दूसरे दिन बर्मिंघम में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु आयोजित रोडशो में प्रतिभाग करते हुए बर्मिंघम के विभिन्न उद्योगपतियों के साथ बैठक की। बर्मिघम में आयोजित रोडशो दौरान शिक्षा, आईटी, हेल्थ, मैनुफैक्चरिंग इन्डस्ट्री से जुड़े 250 से अधिक डेलिगेट्स ने प्रतिभाग किया। रोड शो के दौरान विदेशी निवेशकों ने राज्य सरकार के प्रतिनिधियों से विभिन्न नीतियों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों को आगामी दिसम्बर माह में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हेतु आमंत्रित किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने सभी निवेशकों को उत्तराखण्ड सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग का भरोसा दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बर्मिंघम शहर ऐतिहासिक शहर है और यह उद्योग के क्षेत्र में प्रमुख स्थान रखता है। मुख्यमंत्री ने लंदन और बर्मिंघम में रह रहे समस्त भारतीय एवं उत्तराखण्ड के निवासियों का उनके अपार स्नेह हेतु आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड हिमालय की गोद में बसा राज्य है जो प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की शांतप्रिय वादियां एवं काम करने के लिए अनुकूल वातावरण इसे अन्य स्थानों से भिन्न बनाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की थीम को ”पीस टू प्रोसपेरिटी” रखा गया है। उन्होनंे कहा कि उत्तराखण्ड भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से भी महज कुछ दूरी पर है, बेहतर रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी से सीधा जुड़ा है लिहाजा उत्तराखण्ड में निवेश के लिए अपार सम्भावनाएं हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हाल में ही भारत ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जी 20 का सफल आयोजन किया है। इस पूरी दुनिया के सामने भारत ने अपने कुशल नेतृत्व को सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने चंद्रयान मिशन की सफलता के साथ ही अपनी दूरगामी सोच को सिद्ध किया है। उन्होंने कहा कि बीते 9 वर्षों में भारत और प्रत्येक भारतवासी के मान सम्मान और स्वाभिमान में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में निवेश करने वाले देशों में ब्रिटेन आठवें नंबर का देश है जिसकी 600 से अधिक औद्योगिक इकाइयां पूरे देश में कार्य कर रही हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बर्मिंघम में मौजूद भारत के प्रमुख कौंसुलावास का भी आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद किया।