बीमार प्रसूता के लिए देवदूत बने एसएसबी के जवान

चम्पावत(आरएनएस)। जिले के सीमांत रायल गांव की बीमार प्रसूता महिला के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवान देवदूत साबित हुए। जवानों ने प्रसव के बाद अत्यधिक रक्तस्राव होने से बीमार हुई प्रसूता को डोली के सहारे सड़क मार्ग तक पहुंचाया। 40 मिनट में तीन किमी दूरी तय कर महिला को सड़क तक पहुंचाया, जिसके बाद एंबुलेंस की मदद से महिला को मंच स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।  तामली क्षेत्र के रायल गांव की प्रधान सरिता देवी ने बताया कि 42 वर्षीया संगीता देवी पत्नी सुग्रीव राम ने बीते बुधवार के तड़के घर पर ही बच्चे को जन्म दिया। लेकिन प्रसव के बाद महिला की हालत बिगड़ गई, उसका रक्तस्राव नहीं रुका। परिजनों ने 108 आपात सेवा को काल की तथा प्रसूता को सड़क तक पहुंचाने के लिए एसएसबी की तामली बार्डर आउट पोस्ट से मदद मांगी। पांचवीं वाहिनी के कमांडेंट अनिल कुमार सिंह के निर्देश पर जवानों की टीम तत्काल महिला के घर पहुंच गई। जिसके बाद प्रसूता को डोली के सहारे तीन किमी पैदल दूरी तय करके सड़क मार्ग तक लाया गया। इसके बाद चम्पावत जिला मुख्यालय से पहुंची 108 एंबुलेंस के माध्यम से प्रसूता को मंच अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। समय पर उपचार मिलने से प्रसूता की जान बच गई। ग्राम प्रधान सरिता देवी तथा ग्रामीणों ने एसएसबी के जवानों की सराहना की। महिला को डोली से पहुंचाने वाले एसएसबी जवानों में एएसआइ अनिल शर्मा, आरक्षी करन प्रसाद, सुरजीत सिंह, हरीश ऐरी, सोविंद्र कुमार, आदित्य चौधरी, सचिन मौर्या, ब्रजेश कुमार, रोहितास कुमावत, मनजीत सिंह आदि शामिल रहे।