बंधक बनाई गई 16 गायें कराई मुक्त, नवसृजित गौशाला में किया गया स्थानांतरित

अल्मोड़ा। बाड़ेछिना क्षेत्र के सुपई गांव स्थित चित्रेश्वर मंदिर के पास बंधक बनाई गई 16 गायों को प्रशासन ने मंगलवार को मुक्त कराया। प्रशासनिक टीम ने इन गायों को भैसवाड़ा फार्म स्थित नवसृजित गौशाला में सुरक्षित स्थानांतरित किया। इस दौरान ग्रामीणों का प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर विरोध और सहयोग दोनों देखने को मिला। मौके पर पहुंचे गौ सेवा न्यास के सचिव दयाकृष्ण कांडपाल ने गौवंश को बंधक बनाए जाने की निंदा की और ग्रामीणों से इन्हें छुड़ाने में सहयोग की अपील की। प्रशासनिक टीम ने ग्रामीणों से बातचीत कर स्थिति को शांतिपूर्वक संभाला और सभी गायों को सुरक्षित गौशाला तक पहुंचाया। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में गौवंश की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। वहीं दूसरी ओर, क्षेत्र में आवारा पशुओं द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने की बढ़ती घटनाओं से किसान और व्यापारी बेहद आक्रोशित हैं। इस मुद्दे को लेकर व्यापार संघ के अध्यक्ष शिवराज सिंह सुप्याल, क्षेत्र पंचायत सदस्य गिरधर सिंह सहित कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में किसानों की समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं। इस पूरी घटना के बारे में प्रशासन को जानकारी देने वाले बाड़ेछीना के प्रमुख व्यापारी सुंदर सिंह गुसाईं ने बताया कि गांववाले आवारा गायों के कारण अपनी फसलें चौपट होने से परेशान थे। उन्होंने बताया कि फसलों की रक्षा के लिए ग्रामीणों ने गायों को अस्थायी रूप से एक बाड़े में बंद कर दिया था और पिछले कुछ दिनों से उन्हें चारा भी उपलब्ध करा रहे थे। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक इनकी देखभाल करना ग्रामीणों के लिए संभव नहीं था। यदि प्रशासन समय पर हस्तक्षेप नहीं करता, तो इन पशुओं की जान भी जा सकती थी।