पौड़ी। गढ़वाल वन प्रभाग की दीवा रेंज के तहत एक बुजुर्ग को बाघ ने अपना निवाला बना लिया। बुजुर्ग शिक्षा विभाग से रिटायर थे और घर पर अकेला ही रहते थे। इससे पहले इसी रेंज के तहत कालागढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से सटे डल्ला गांव में एक व्यक्ति को भी बाघ ने बीते गुरुवार को मार दिया था। इस बार बाघ का यह हमला करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ है। बाघ के एक के बाद एक हमले के बाद इन क्षेत्रों में ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। बीते चार दिन मे बाघ का यह दूसरा हमला हुआ है। ग्रामीणों ने बाघ को आदमखोर घोषित करने की मांग की है। मौके पर वन महकमे के साथ ही धुमाकोट पुलिस भी पहुंची। गढ़वाल वन प्रभाग के डीएफओ स्पनिल अनिरुद्ध ने बाघ की हमले की पुष्टि की है। बाघ के इस हमले की जानकारी रविवार को ही पता लगी। धुमाकोट के थाना प्रभारी दीपक तिवारी ने बताया कि भैडगांव(सिमली) में मौके पर जाकर जानकारी जुटाई गई। मृतक की शिनाख्त रणवीर सिंह नेगी 75 साल पुत्र स्व. गोपाल सिंह नेगी के रूप में हुई। बताया कि रणवीर सिंह का मकान गांव में बिल्कुल सुनसान जगह पर है और आस-पास पूरा जंगल भी है। शव घर से करीब 100 मीटर नीचे गधेरे के पास झाड़ियों से बरामद हुआ। अंदेशा लगाया जा रहा है कि बाघ ने बुजुर्ग को शनिवार को ही अपना निवाला बना लिया। बुजुर्ग इन दिनों अपने घर पर अकेले ही रहते थे लिहाजा हादसे की जानकारी नहीं मिल सकी। जब ग्रामीणों का पता चला कि बुजुर्ग घर पर नहीं है तो खोजबीन शुरू हुई। बताया कि उनका परिवार देहरादून में रहता है। परिवार को हादसे की सूचना दे दी गई है। इधर, डीएफओ ने प्रभावित क्षेत्र में टीम तेनात करने कर गश्त करने को कहा है।