आर्य समाज का 150वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया

अल्मोड़ा। विक्रमी संवत् नव वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर आर्य समाज का 150वां स्थापना दिवस श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महर्षि दयानंद को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए विक्रमी संवत् 2082 की शुभकामनाएं दी गईं। कार्यक्रम की शुरुआत हवन और भजन से हुई, जिसके बाद आयोजित प्रवचन में आर्य समाज और गौ सेवा न्यास के सचिव दयाकृष्ण कांडपाल ने कहा कि सनातन वैदिक धर्म की परंपरा हजारों वर्षों से चली आ रही है। महर्षि दयानंद ने इसी परंपरा को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से 1875 में मुंबई में आर्य समाज की स्थापना की। उन्होंने धार्मिक पाखंड और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आंदोलन चलाया, जिसका सकारात्मक प्रभाव आज भी दिखाई देता है। आर्य समाज के प्रधान दिनेश चंद्र तिवारी ने बताया कि अल्मोड़ा आर्य समाज ने 121 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवधि में अस्पृश्यता निवारण, स्वतंत्रता संग्राम, हिंदी प्रचार आंदोलन और गौ रक्षा जैसे कई सामाजिक अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम में दयाकृष्ण कांडपाल, दिनेश चंद्र तिवारी, सुखलाल, किशन सिंह रावत और गौरव भट्ट सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।