आनंदपुर मार्ग बनाने को विधायक बेहड़ और ग्रामीणों ने दिया धरना

रुद्रपुर(आरएनएस)।  विधायक तिलकराज बेहड़ ने ग्राम आनंदपुर मार्ग बनाने को लेकर गुरुवार को धरना-प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने वाहनों की आवाजाही रोककर जाम लगा दिया। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर विधायक को शीघ्र सड़क बनाने का भरोसा दिया। इसके बाद बेहड़ ने धरना समाप्त किया। बेहड़ ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की गई तो वह ओवरलोड डंपरों के खिलाफ अभियान छेड़ देंगे। ग्राम आनंदपुर संपर्क मार्ग किच्छा-हल्द्वानी रोड से जुड़ता है। ग्राम आनंदपुर के आसपास छह स्टोर क्रशर हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि स्टोर क्रशर में ओवरलोड डंपरों की आवाजाही से लगभग दो किमी सड़क पूरी क्षतिग्रस्त हो गई है। इसमें बड़े- बड़े गड्ढे बन गए है। कई बार स्टोन क्रशर और प्रशासन से शिकायत के बावजूद सड़क निर्माण का कार्य नहीं किया गया है। गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने ग्राम आंनदपुर रोड पर नैनीताल नेचुरल स्टोन क्रशर के सामने दरी बिछाकर धरना दे दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क पर अवरोध लगाकर खनन से लगे ओवरलोड डंपर और अन्य वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया। विधायक तिलकराज बेहड़ ने धरनास्थल पर पहुंच कर ग्रामीणों की मांगों का समर्थन किया। जानकारी मिलते ही एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा, तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी व पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीएम और तहसीलदार ने विधायक को मनाने का प्रयास किया। बेहड़ ने आरोप लगाया कि इस सड़क के बार-बार क्षतिग्रस्त होने का कारण स्टोन क्रशर हैं। स्टोन क्रशर पर आने वाले ओवरलोड डंपर अवैध खनन करते हैं। आनंदपुर मार्ग बनाने को लेकर ग्रामीण एक वर्ष पूर्व भी धरने पर बैठे थे, तब सड़क की मरम्मत के लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया गया था। लेकिन स्टोन क्रशर मालिक मनमानी कर रहे हैं। बेहड़ ने स्टोन क्रशर मालिकों पर खनन से जुड़े उच्चाधिकारियों को चार लाख रुपये प्रतिमाह रिश्वत देने का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि स्टोन क्रशर मालिक निरकुंश होकर अवैध खनन में लिप्त हैं। इस कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है। बेहड़ ने कहा कि वह इस सड़क के निर्माण के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसका बड़ा बजट है, इसलिए इसे मंजूर होने में समय लगेगा। तब तक स्टोन क्रशर मालिकों को इसकी मरम्मत की जिम्मेदारी लेनी होगी। एसडीएम के आश्वासन के बाद विधायक और ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया। धरना देने वालों में भपेन्द्र चौधरी, राजेश प्रताप सिंह, नारायण बिष्ट, गणेश उपाध्याय, प्रमोद शर्मा, सुनील सिंह, रामबाबू, ओमप्रकाश दुआ, सुनीता कश्यप, अशोक मित्रा, नितिन शर्मा, राजीव जग्गी, एनयू खान, छोटेलाल कोली आदि शामिल रहे।