अल्मोड़ा: भाजपा-कांग्रेस में जिताऊ प्रत्याशी चुनने को मंथन, कौनसी पार्टी किसे देगी टिकट?

अल्मोड़ा (आरएनएस)। कुमाऊं की सबसे पुरानी नगर पालिका अब नगर निगम में तब्दील हो चुकी है। नगर निगम में तब्दील होने के साथ ही जहाँ पहले पालिकाध्यक्ष चुना जाता था वहां अब मेयर का चयन होगा। मेयर पद के लिए आरक्षण जारी होने के बाद अब सभी राजनीतिक पार्टियों में जिताऊ प्रत्याशी चुनने की जंग शुरू हो गई है। भाजपा में अलग-अलग गुटों से चार महिलाओं के नाम सामने आ रहे हैं। इधर, कांग्रेस में भी हलचल शुरू हो गई है। टिकट के दावेदारों में एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता की बहू का नाम भी आजकल चर्चाओं में है। मेयर पद के लिए महिला सीट होते ही जहां बहुत से राजनीतिक चेहरे मेयर के फ्रेम से बाहर हो गए हैं तो कुछ नए चेहरे अब मेयर प्रत्याशी की दौड़ में शामिल हो गए हैं। भाजपा की बात करें तो नगर निगम के पहले मेयर के टिकट के लिए कई नाम सामने आए हैं, लेकिन कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुई डॉ वसुधा पंत का नाम तेजी से आगे आया है। डॉ वसुधा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पौत्रवधू हैं। डॉ वसुधा का नाम भले ही भाजपा के लिए नया नाम हो, लेकिन समाजसेवा के क्षेत्र में विगत कई वर्षों से सक्रिय हैं। वहीं एक अन्य दावेदार किरन पंत भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और बीना नयाल और तारा जीना दावेदारी को मैदान में हैं।
वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो फ़िलहाल प्रदेश कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष और पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी और कांग्रेस जिला महामंत्री गीता मेहरा का नाम मुख्यतः लिए जा रहे हैं वहीं जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, लता तिवारी, लीला जोशी भी कांग्रेस से दावेदारी को मैदान में हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो शहर में चर्चाओं के बाजार में फ़िलहाल एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता की पुत्रवधू का नाम गिनती में और जुड़ रहा है जिसे पैराशूट कैंडिडेट कहा जा रहा है। पुष्टि तो नहीं है लेकिन कहा जा रहा है कि दावेदारी को तैयार हैं।
इनके अलावा स्थानीय दलों और मेयर के लिए पूर्व में तैयारी कर रहे पुरुष अपनी पत्नियों को भी मेयर का चुनाव लड़वाने की फिराक में हैं। फ़िलहाल ना पार्टी से टिकट के दावेदार चुने गए हैं और ना ही चुनाव की तिथि घोषित हुई है लेकिन सबसे बड़ा झटका उन पुरुषों को लगा है जो अल्मोड़ा नगर निगम के पहले मेयर बनने को आस बाँध कर तैयार बैठे थे।