अल्मोड़ा। जनपद में भूकंप जैसी आपदा से निपटने की तैयारी परखने के लिए शनिवार को जिलेभर में व्यापक भूकंप मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस संयुक्त अभ्यास में जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, फायर सर्विस, एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी, एसएसबी, होमगार्ड, एनसीसी, वन विभाग और अन्य आपदा प्रबंधन इकाइयों की सक्रिय भागीदारी रही। ड्रिल का उद्देश्य आपदा की वास्तविक स्थिति में प्रतिक्रिया क्षमता, आपसी समन्वय और रिस्पांस टाइम की प्रभावी जांच करना था। मॉक ड्रिल के लिए रघुनाथ सिटी मॉल, विशाल मेगा मार्ट, जिला अस्पताल, पिटकुल पावर हाउस पांडेखोला और आंगनबाड़ी केंद्र हुक्का क्लब को भूकंप से प्रभावित क्षेत्र के रूप में चिह्नित किया गया। प्रत्येक स्थान पर भूकंप के झटकों की काल्पनिक स्थिति बनाकर बचाव, खोज, निकासी और प्राथमिक चिकित्सा की प्रक्रिया का वास्तविक अभ्यास किया गया। रघुनाथ सिटी मॉल में 10:01 बजे भूकंप के काल्पनिक झटकों के बाद कई लोगों के घायल और मृत होने की स्थिति तैयार की गई, जिसकी कमान तहसीलदार रानीखेत दीपिका आर्य के पास रही। विशाल मेगा मार्ट में फंसे लोगों को निकालने की कार्रवाई तहसीलदार अल्मोड़ा ज्योति धापवाल के नेतृत्व में की गई। जिला अस्पताल में वार्डों में उपकरण गिरने से मरीजों के घायल होने की कल्पित स्थिति में तहसीलदार भिकियासैंण रवि शाह ने रेस्क्यू अभियान संचालित किया। पिटकुल पावर हाउस पांडेखोला को भूकंप से पूरी तरह क्षतिग्रस्त मानते हुए नगर की बिजली बाधित होने की स्थिति तैयार की गई, जहां तहसीलदार सल्ट आबिद अली ने नेतृत्व संभाला। आंगनबाड़ी केंद्र हुक्का क्लब में बच्चों और कार्यकर्तियों के फंसे होने की सूचना पर तहसीलदार सोमेश्वर नेहा धपोला ने रेस्क्यू टीमों को निर्देशित किया। पुलिस लाइन में स्टेजिंग एरिया स्थापित कर उपजिलाधिकारी संजय कुमार के निर्देशन में सभी टीमें उपकरणों और वाहनों के साथ विभिन्न स्थानों के लिए रवाना हुईं। पूरे अभियान की मॉनिटरिंग आपदा कंट्रोल रूम से की गई। मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा स्वयं कंट्रोल रूम पहुंचे और तत्काल इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम को सक्रिय किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की मॉक ड्रिल से विभागों के बीच सामंजस्य मजबूत होता है और आमजन में आपात स्थिति में सही व्यवहार के प्रति जागरूकता बढ़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भी समय-समय पर ऐसे अभ्यास जारी रखे जाएंगे, ताकि जिला आपदा प्रबंधन की दृष्टि से और अधिक सक्षम हो सके। ड्रिल में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा, मुख्य चिकित्साधिकारी नवीन चंद्र तिवारी, अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र, पुलिस उपाधीक्षक जी.डी. जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल, जिला विकास अधिकारी एस.के. पंत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।