अल्मोड़ा के प्रवेश द्वार पर स्थित मदिरा की दुकान हटाने की मांग

अल्मोड़ा। नगर के प्रवेश द्वार करबला स्थित स्वामी विवेकानंद द्वार के समीप संचालित मदिरा की उप दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग को लेकर पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। पार्षदों ने इस दुकान की मौजूदगी को शहर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान पर धब्बा करार दिया। प्रतिनिधिमंडल का कहना था कि अल्मोड़ा अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। स्वामी विवेकानंद जैसी महान विभूति ने यहां साधना की थी और उनकी यात्रा भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। नगरवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया था, और उन्होंने अपना पहला भाषण रघुनाथ मंदिर की सीढ़ियों पर दिया था। ऐसे ऐतिहासिक स्थल के समीप मदिरा की दुकान का संचालन शहर की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा है। पार्षदों ने कहा कि अल्मोड़ा नगर के प्रवेश द्वार पर स्थित यह दुकान न केवल सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि इससे नगर की पौराणिकता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। नगरवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना चाहिए। इस अवसर पर ज्ञापन सौंपने वालों में पार्षद वैभव पांडेय, अनूप भारती, विकास कुमार, मधु बिष्ट, चंचल दुर्गापाल, भूपेंद्र जोशी, हेम तिवारी, गुंजन सिंह चम्याल, प्रदीप कुमार आदि पार्षद उपस्थित रहे।