अल्मोड़ा। जनपद अल्मोड़ा में विगत लगभग 6 माहों से विभिन्न क्षेत्रों से विधानसभा सामान्य निर्वाचन 2022 चुनाव का बहिष्कार की घोषणा किये जाने की सूचना को जिला निर्वाचन अधिकारी अल्मोड़ा वंदना द्वारा इसे गंभीरता पूर्वक लेते हुए जिले के ऐसे विभिन्न गाँवों में जिला प्रशासन व विभिन्न विभागों की टीमों को भेजा गया। संबधित अधिकारियों की टीमों द्वारा ग्रामीणों से लगातार वार्ता करते हुए उन्हें मतदान हेतु प्रेरित किया गया। तथा इन गांवों में मतदाता जागरूकता अभियान भी चलाए गए।
जिला प्रशासन अल्मोड़ा के द्वारा की गयी इस पहल एवं जिला निर्वाचन अधिकारी के प्रयासों से इन सभी गाँवों के ग्रामीण मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकारी का उपयोग कर मत डाले। जिले में चुनाव बहिष्कार वाले गांवों बबुरिया नायल में 40.47 प्रतिशत,दुनाड़ में 48.84 प्रतिशत,चिमखोली में 47.01 प्रतिशत रियूनी में 63.91 प्रतिशत मल्ली मिरई में 53.03 प्रतिशत,मटेला में 54.47 प्रतिशत, खदेरागाँव में 33.93 प्रतिशत, बजेल में 55.93 प्रतिशत मतदान हुआ*।
अल्मोड़ा जिले में सभी 911 बूथों में मतदाताओं द्वारा मतदान का उपयोग कर मत डाले गए।
इससे पूर्व अल्मोड़ा जिले में वर्ष 2002 में विधानसभा क्षेत्र भिकियासैंण में एक बूथ में चुनाव बहिष्कार किया गया। 2002 में द्वाराहाट विधानसभा में 2 बूथों में चुनाव बहिष्कार किया गया।2012 में विधानसभा सोमेश्वर में राजकीय प्राथमिक विद्यालय धूरसीम मगचौडा में, वर्ष 2017 में भी सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय भेंटा लसगहोरिया तथा 2017 में ही अल्मोड़ा विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बाबूरियानायल तथा 2017 में ही रानीखेत के राजकीय प्राथमिक विद्यालय पस्तौवार में ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार किया गया। इन बूथों में ग्रामीणों द्वारा मताधिकार का प्रयोग नहीं किया गया। इसके अतिरिक्त वर्ष 2021 में सल्ट विधानसभा उप चुनाव में भी एक बूथ में चुनाव बहिष्कार किया गया।
वर्ष 2022 के विधानसभा सामान्य निर्वाचन में जिले के जिन ग्रामीणों द्वारा पूर्व में चुनाव बहिष्कार किए जाने की बात कही गई थी तथा जिला प्रशासन की पहल पर दिनांक 14 फरवरी को अपना मत का उपयोग किया गया, जिला निर्वाचन अधिकारी अल्मोड़ा वन्दना ने सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया।