देहरादून(आरएनएस)। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने आयुष क्षेत्र में निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार उन्हें पूरा सहयोग करेगी। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दूसरे भारत सरकार के आयुष सत्र को संबोधित करते हुए रेखा आर्या ने कहा कि आयुर्वेद के मनीषी आचार्य चरक की जन्मस्थली कोटद्वार के निकट स्थित चरेख डांडा है। प्रदेश में आयुर्वेदिक शिक्षण संस्थान ऋषिकुल और गुरूकुल सौ साल से शिक्षण सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा क भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश में 50 एवं 10 शैय्यायुक्त चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है। इससे पूर्व सचिव आयुष पंकज पांडेय ने कहा कि वैलनेस, आयुष शिक्षा तथा आयुष निर्माण क्षेत्र में 5800 करोड़ रुपए निवेश के एमओयू हो चुके हैं। इस सत्र में आयुष मंत्रालय के डिप्टी डायरेक्टर जनरल सत्यजीत पॉल, नेशनल होम्योपैथी कमीशन के चेयरमैन डॉ. अनिल खुराना, मुल्तानी फार्मास्यूटिकल्स के वाईस चैयरमेन अर्जुन मुल्तानी, महर्षि आयुर्वेद के निदेशक लक्ष्मण श्रीवास्तव, हिमालय वैलनेस के प्रेसिडेंट डॉ एस फारूख, चोलाइल के प्रबंध निदेशक डॉ प्रदीप चोलाइल, मुंबई से वरिष्ठ होम्योपैथिक विशेषज्ञ डॉ जसवंत पाटिल, एम्स ऋषिकेश निदेशक प्रो मीनू सिंह ने भी विचार व्यक्त किए।
कावंड यात्रा से असुविधा
चोलाइल प्रा लि के प्रबंध निदेशक डॉ प्रदीप चोलाइल ने बताया कि वो 2007 से हरिद्वार में उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन अब भी राज्य में कुछ क्षेत्रों में सुधार करना होगा। इसमें गर्मियों के सीजन में बिजली आपूर्ति के साथ ही कांवड के दौरान बंद होने वाले यातायात की समस्या अहम है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में आयुष कॉस्मेटिक्स का मांग में कई गुना वृद्धि होना तय है।