आपदा ग्रस्त गांव के लोग जमीन छोड़कर जा रहे शहर

देहरादून। सरकारी उपेक्षा के कारण रायपुर विकासखंड के दुर्गम इलाकों के आपदा पीड़ित गांव के अनेक लोग अपने घर व जमीन छोड़कर जाने को मजबूर हैं। सीतापुर धौलागिरी की पूर्व प्रधान जमनी देवी ने बताया कि गत वर्ष 19 अगस्त को आई आपदा में क्षेत्र में बहुत नुकसान हुआ था। ग्राम सीतापुर तल्ला, सीतापुर मल्ला, सिल्ला काटल, गुवाड़, सरोटी, तिमलीसैंण, ताछिला आदि गांव में व्यापक नुकसान हुआ था। भुस्ती मोटर मार्ग किलोमीटर एक पर सीतापुर, पीपीसीएल सरखेत के पास बना पैदल पुल टूटने से स्कूली बच्चों को भी आवाजाही में दिक्कत हो रही है। आवागमन के अन्य छोटे मार्ग पर भी मलबा आने से लोग अपनी जमीन बेचने को मजबूर हैं। मजबूरी में यहां के स्थानीय लोग अपनी जमीन बाहरी लोगों को बेच रहे हैं और अन्य जगहों पर किराए का कमरा लेकर जा रहे हैं। जो युवा गांव से दून आवाजाही कर अपनी नौकरी करते थे उन्हें भी गांव छोड़ना पड़ रहा है। आपदा के मलबे में खेती योग्य जमीन दब गई है। सरकारी स्तर पर मलबा उठान का कोई काम नहीं किया गया। लालपुल ताछिला मोटर वाहन मार्ग क्षतिग्रस्त है। इस सड़क पर किलोमीटर एक व चार में पुल पूर्णतया धवस्त हो चुके हैं। जिससे ग्रामीण बमुश्किल आवाजाही कर पा रहे हैं। बारिश में ये इलाके अन्य हिस्सों से पूरी तरह कट जाते हैं। गांव वालों का कहना है कि यदि पिछले साल वाली बरसाती आफत दुबारा आई तो उन तक मदद भी पहुंचनी मुश्किल है।