अल्मोड़ा। उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा की ओर से बुधवार को नालसा (मानसिक बीमारी से ग्रस्त व्यक्तियों और बौद्धिक रूप से अक्षम व्यक्तियों को कानूनी सेवाएं) योजना 2024 तथा नालसा आशा एसओपी के तहत विभिन्न स्थानों पर विधिक जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। ये शिविर राजकीय इंटर कॉलेज जसकोट, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पौधार और ग्राम पलना में आयोजित हुए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव शचि शर्मा के नेतृत्व में आयोजित शिविरों में विद्यार्थियों और ग्रामीणों को मानसिक रूप से अक्षम व्यक्तियों के कानूनी अधिकारों, उनके लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं, बाल विवाह प्रतिषेध, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका और कार्यों की जानकारी दी गई। शिविरों में बच्चों और महिलाओं के अधिकार, निःशुल्क विधिक सहायता की प्रक्रिया, गुड टच और बैड टच की पहचान, चाइल्डलाइन नंबर 1098, नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100, पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 तथा श्रमिकों के अधिकारों पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर जागरूकता से जुड़े पंफलेट भी वितरित किए गए। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पौधार में बाल विवाह प्रतिषेध विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जबकि राजकीय इंटर कॉलेज जसकोट में बाल श्रम प्रतिषेध पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छात्रों और उपस्थित लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रमों में अधिकार मित्रों की भी सक्रिय सहभागिता रही।
